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बच्चे को Nebulizer कब दें और भाप कब दें? पीडियाट्रिशियन से जानें दोनों में क्या अंतर है

Parenting Tips: डॉक्टर ने नेबुलाइजर और स्टीम के बीच फर्क समझाया है, आइए जानते हैं इसके बारे में, साथ ही जानेंगे बच्चे को किस कंडीशन में नेबुलाइजर देना चाहिए और कब स्टीम से देनी चाहिए.

बच्चे को Nebulizer कब दें और भाप कब दें? पीडियाट्रिशियन से जानें दोनों में क्या अंतर है
बच्चे को नेबुलाइजर और भाप कब देनी चाहिए?

Parenting Tips: बच्चों को सर्दी-खांसी होना एक आम बात है. हालांकि, इस कंडीशन में अक्सर पैरेंट्स उलझन में पड़ जाते हैं कि नेबुलाइजर दें या भाप. अधिकतर माता-पिता के मन में सवाल होता है कि बच्चे को नेबुलाइजर देने से जल्दी राहत मिलेगी या भाप देने से वो आराम महसूस करेगा. वहीं, कुछ पैरेंट्स इन दोनों में फर्क को लेकर कंफ्यूज रहते हैं. अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो ये आर्टिकल आप ही के लिए है. पीडियाट्रिशियन संदीप गुप्ता ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर ने नेबुलाइजर और स्टीम के बीच फर्क समझाया है, आइए जानते हैं इसके बारे में, साथ ही जानेंगे बच्चे को किस कंडीशन में नेबुलाइजर देना चाहिए और कब स्टीम देनी चाहिए. 

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नेबुलाइजर क्या है और कब देना चाहिए?

डॉक्टर गुप्ता बताते हैं, नेबुलाइजर एक मेडिकल मशीन है, जिसमें दवाई डाली जाती है. यह दवाई को बहुत छोटे-छोटे कणों में बदल देता है. फिर ये कण सांस के साथ सीधे बच्चे के फेफड़ों तक पहुंचते हैं. वहां जाकर ये सूजन कम करते हैं और ज्यादा म्यूकस बनने से रोकते हैं.

नेबुलाइजर कब दिया जाता है?

पीडियाट्रिशियन बताते हैं कि नेबुलाइजर फेफड़ों के अंदर तक काम करता है, इसलिए यह गंभीर सांस की समस्या में ज्यादा असरदार होता है. जैसे- अस्थमा, ब्रोंकियोलाइटिस, ब्रोंकाइटिस, घरघराहट (Wheezing) और  सांस लेने में दिक्कत होना. इसे हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही देना चाहिए, क्योंकि इसमें दवाई दी जाती है और सही डोज बहुत जरूरी होती है.

स्टीम क्या है और कब देनी चाहिए?

स्टीम यानी भाप लेने में सिर्फ गर्म पानी का इस्तेमाल किया जाता है. भाप के कण बड़े होते हैं, इसलिए ये फेफड़ों तक नहीं पहुंच पाते. ये केवल नाक और गले के ऊपरी हिस्से तक ही असर करते हैं.

स्टीम कब फायदेमंद है?

भाप लेने से नाक की जकड़न खुलती है और बच्चे को सांस लेने में आराम मिलता है. एक्सपर्ट नाक बहने, नाक बंद होने, एलर्जिक राइनाइटिस, साइनस की समस्या या गले में खराश होने पर भाप लेने की सलाह देते हैं.

यानी नेबुलाइजर और स्टीम दोनों अलग-अलग समस्याओं के लिए होते हैं. सही समय पर सही इलाज बच्चे को जल्दी राहत दिला सकता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.


 

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