
Remedies for vaginal odor: महिलाओं का शरीर समय-समय पर कई बदलावों से गुजरता है. इस दौरान उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है. इन्हीं में से एक है प्राइवेट पार्ट से बदबू आना. वजाइनल स्मेल असहजता का एसहास बढ़ा देती है. ऐसे में अगर आप भी इस समस्या से जूझ रही हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं योनि से बदबू क्यों आती है और इससे छुटकारा पाने के लिए क्या किया जा सकता है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इस विषय पर फेमस इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट और गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर सुप्रिया पुराणिक ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. वीडियो में डॉक्टर बताती हैं, 'अक्सर लड़कियां या महिलाएं मेरे पास यह शिकायत लेकर आती हैं कि उनके प्राइवेट पार्ट से बदबू आती है. यह एक आम समस्या है. वजाइना से हल्की सी गंध आना नॉर्मल बात है. दरअसल, वजाइना की नमी बनाए रखने के लिए डिस्चार्ज होता है. इस डिस्चार्ज में मौजूद लैक्टोबैसिलस एसिडोफिलस नामक अच्छे बैक्टीरिया वजाइना को एसिडिक बनाए रखते हैं, जिससे बाहरी बैक्टीरियल, फंगल या पैरासाइट इंफेक्शन अंदर नहीं घुस पाते. यानी थोड़ा डिस्चार्ज और इसके कारण हल्की गंध आना सामान्य बात है. हालांकि, अगर गंध बहुत तेज हो, तो इस कंडीशन में इसपर ध्यान देना जरूरी हो जाता है.'
क्यो आती है वजाइना से स्मेल?डॉक्टर बताती हैं, अगर वजाइनल स्मेल बहुत तेज और असहज करने वाली हो जाए, तो यह बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial vaginosis), यीस्ट इंफेक्शन (Yeast infection) या ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis) जैसे इंफेक्शन के कारण हो सकती है. ऐसा होने पर कुछ आम लक्षण नजर आते हैं. जैसे-
- बहुत ज्यादा या गाढ़ा डिस्चार्ज होना
- वजाइना में जलन या खुजली होना
- वजाइनल स्मेल मछली जैसी होना या
- पेशाब के समय जलन होना.
डॉक्टर सुप्रिया के अनुसार, जब गंध असामान्य लगे या कोई और लक्षण हों, तो शुरुआत में आप कुछ घरेलू उपाय आजमा सकते हैं. जैसे-
- साफ-सफाई का ध्यान रखें. इसके लिए रोजाना हल्के गुनगुने पानी से प्राइवेट पार्ट को धोएं. खासकर शारीरिक संबंध बनाने के बाद वजाइना को क्लिन करें.
- किसी भी खुशबू वाले साबुन या स्प्रे का इस्तेमाल न करें. ये वजाइना की प्राकृतिक pH को बिगाड़ सकते हैं.
- हमेशा कॉटन के खुले अंडरवियर पहनें. इससे हवा अंदर जाती है और नमी कम रहती है.
- पीरियड्स के समय पैड या टैम्पॉन को समय-समय पर बदलते रहें.
- पानी की मात्रा बढ़ा दें. इससे शरीर डिटॉक्स होता है.
- इन सब से अलग डाइट में प्रोबायोटिक चीजों को शामिल करें. इसके लिए आप दही का सेवन कर सकते हैं.
डॉक्टर कहती हैं, थोड़ी बहुत गंध सामान्य है, लेकिन अगर गंध असहनीय हो जाए या लक्षण भी ज्यादा गंभीर दिखें तो इस कंडीशन में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी हो जाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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