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बार-बार हो जाते हैं मुंह में छाले? Acharya Balkrishna ने बताया इन पत्तियों के पानी से कर लें कुल्ला, तुरंत मिलेगी राहत

Mouth Ulcers: आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) ने मुंह में छाले होनी की समस्या से राहत पाने का एक आसान, नेचुरल और असरदार नुस्खा बताया है. आइए जानते हैं इसके बारे में-

बार-बार हो जाते हैं मुंह में छाले? Acharya Balkrishna ने बताया इन पत्तियों के पानी से कर लें कुल्ला, तुरंत मिलेगी राहत
मुंह में छाले होने पर कैसे करें निर्गुण्डी का इस्तेमाल?

Remedies for mouth ulcers: मुंह में छाले होना एक आम समस्या है. हालांकि, कई बार ये समस्या बेहद परेशान कर जाती है.  छाले होने पर न केवल व्यक्ति को खाने-पीने में परेशानी होती है, बल्कि कई बार बोलने में भी मुश्किल बढ़ जाती है. इसके अलावा हर वक्त रहने वाली जलन, दर्द और बार-बार चुभन का एहसास भी बेहद परेशान कर देता है. अब, अगर आप भी इस तरह की परेशानी से जूझ रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. हाल ही में पतंजलि योगपीठ के प्रमुख आचार्य बालकृष्ण (Acharya Balkrishna) ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में उन्होंने मुंह में छाले होनी की समस्या से राहत पाने का एक आसान, नेचुरल और असरदार नुस्खा बताया है. आइए जानते हैं इसके बारे में-

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क्या है ये नुस्खा?

इसके लिए आचार्य बालकृष्ण निर्गुण्डी की पत्तियों का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. आयुर्वेद में निर्गुण्डी को औषधीय पौधा माना जाता है. इसका उपयोग प्राचीन समय से शरीर की कई समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता रहा है.

मुंह में छाले होने पर कैसे करें निर्गुण्डी का इस्तेमाल?
  • इसके लिए 4-5 निर्गुण्डी की पत्तियां लें और अच्छे से धो लें.
  • अब, एक गिलास पानी में इन पत्तों को डालकर उबालें.
  • जब पानी आधा रह जाए, तब गैस बंद कर दें और पानी को छान लें.
  • इस गुनगुने पानी से दिन में 2-3 बार कुल्ला करें.

आचार्य बालकृष्ण बताते हैं, सिर्फ ऐसा करने से आपको छालों की जलन और दर्द में तुरंत आराम मिल सकता है, छाले जल्दी भरने लगेंगे. इससे अलग इन पत्तियों के पानी से कुल्ला करने पर गले के दर्द और सूजन में राहत मिलती है, साथ ही मुंह की बदबू भी दूर हो जाती है.

कैसे पहुंचाती है फायदा?
  • आचार्य बालकृष्ण से अलग कुछ अन्य रिपोर्ट्स भी निर्गुण्डी की पत्तियां को फायदेमंद बताती हैं. दरअसल, इन पत्तियों में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जो गले की सूजन और दर्द को कम करते हैं.
  • इसके पानी से गरारे करने से छालों पर ठंडक मिलती है जिससे जल्दी आराम मिलता है.
  • इन सब से अलग जिन लोगों को मुंह से दुर्गंध की समस्या होती है, उनके लिए यह एक प्राकृतिक माउथवॉश की तरह काम करता है.

ऐसे में मुंह में छाले होने पर आप भी इन नुस्खे को आजमाकर देख सकते हैं. हालांकि, अगर छाले बार-बार होते हैं या बहुत लंबे समय तक बने रहते हैं, तो एक बार डॉक्टर से जांच भी जरूर करवा लें.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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