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रजाई या कंबल में मुंह ढक कर सोते हैं तो हो जाइए सावधान, सेहत पर बुरा असर डाल सकती है ये आदत

क्या आप भी सोते समय अपने चेहरे को ढक कर सोते हैं और रजाई कंबल से मुंह को पूरा कवर कर लेते हैं, तो आज से ही ये आदत छोड़ दें नहीं तो आपको यह पांच गंभीर समस्याएं हो सकती हैं.

रजाई या कंबल में मुंह ढक कर सोते हैं तो हो जाइए सावधान, सेहत पर बुरा असर डाल सकती है ये आदत
रजाई-कंबल के अंदर ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो पाती है

Side effect of sleeping with covered face: इस समय कई राज्यों में भीषण सर्दी (Winter) पड़ रही है और सर्दी से बचने के लिए लोग मोटे-मोटे रजाई कंबल (Blanket) लेकर सोते हैं. जिनमें से कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें सर्द हवाएं बिल्कुल पसंद नहीं होती है और खुद को बचाने के लिए वह सिर से लेकर पैर तक पूरी तरह से खुद को रजाई या कंबल से कवर कर लेते हैं. अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो सोते समय अपने मुंह (covered face) को रजाई या कंबल से ढक लेते हैं, तो आज से ही ऐसा करना छोड़ दें, क्योंकि रजाई कंबल से मुंह ढक कर सोने से आपको कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि मुंह ढक कर सोने के क्या नुकसान होते हैं.

रजाई और कंबल से मुंह ढक कर सोने के नुकसान | Disadvantages of sleeping by covering the face with quilt and blanket


स्किन एलर्जी और रैशेज
जब सर्दी में आप रजाई या कंबल से मुंह ढक कर सोते हैं तो रजाई कंबल के अंदर ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो पाती है और ना ही अशुद्ध हवा रजाई से बाहर जा पाती है. इतना ही नहीं, बार-बार इस्तेमाल करने से रजाई कंबल गंदे हो जाते हैं और बार-बार इसी रजाई कंबल को मुंह पर ढक कर सोने से स्किन एलर्जी हो सकती है, त्वचा पर झुर्रियां भी पड़ सकती है, क्योंकि ऑक्सीजन फ्लो ठीक तरीके से नहीं हो पाता है. इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरह से नहीं होता, जिसके कारण चेहरे पर पिंपल्स या एक्ने की प्रॉब्लम भी बढ़ सकती है.



फेफड़ों को नुकसान पहुंचाए
रजाई के अंदर मुंह डालकर सोने से फेफड़ों को भी नुकसान पहुंच सकता है. दरअसल, ऐसा करने से लंग्स में प्रॉपर तरीके से एयर एक्सचेंज नहीं हो पाती है, जिसके कारण इसमें सिकुड़न आने लगती है और अस्थमा, डिमेंशिया, सिर दर्द की प्रॉब्लम बढ़ सकती है. जो लोग पहले से ही अस्थमा, सिर दर्द या डिमेंशिया की परेशानी से जूझ रहे हैं उन्हें सर्दियों में कभी भी रजाई कंबल मुंह पर ढक कर नहीं सोना चाहिए.

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हार्ट अटैक का खतरा
जी हां, जो लोग रजाई कंबल के अंदर मुंह डालकर सोते हैं उनके लिए हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है, क्योंकि चारों तरफ से पैक होने के कारण रजाई और कंबल के अंदर ऑक्सीजन की प्रॉपर सप्लाई नहीं हो पाती है और उसका सीधा असर हार्ट पर पड़ता है. ऐसी सिचुएशन में कई बार दम घुटने से हार्ट अटैक भी आ सकता है या फिर चक्कर आना, मितली जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

ब्लड सर्कुलेशन को करें इफेक्ट
जब कोई व्यक्ति रजाई या कंबल के अंदर खुद को पूरी तरह से कवर करके सोता है, तो अंदर ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है, जिससे शरीर के अंदर ही मौजूद ऑक्सीजन शरीर में बार-बार इस्तेमाल होती है और जब रजाई के अंदर ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है, तो इसका सीधा असर ब्लड सर्कुलेशन पर पड़ता है और हर अंग में प्रॉपर तरीके से ब्लड सर्कुलेशन नहीं हो पाता है.

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वजन को बढ़ाए
जी हां, रजाई के अंदर मुंह डालकर सोना इनडायरेक्टली आपके वजन पर भी प्रभाव डाल सकता है. दरअसल, कवर करके सोने से शरीर को गर्माहट मिलती है और ऐसी स्थिति में बिस्तर से उठने का मन नहीं करता है और आप कितनी भी कोशिश क्यों ना कर लें, आप सुबह जल्दी नहीं उठ पाते हैं. जब हम देर तक सोते हैं तो हमारे शरीर का मेटाबॉलिज्म धीरे-धीरे काम करता है, जो वजन बढ़ाने का एक कारण हो सकता है. ऐसे में अगर आप भी इन समस्याओं से बचना चाहते हैं तो सर्दी की रात में रजाई और कंबल से मुंह ढकने की बजाय इसे खोलकर सोएं. 

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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