
Drinks For Fatty Liver: लिवर में बहुत ज्यादा फैट जमने पर इंफ्लेमेशन होने लगती है जिससे लिवर संबंधी दिक्कतें होना शुरू हो जाती हैं. फैटी लिवर भी एक ऐसी ही दिक्कत है जिसमें लिवर (Liver) में जरूरत से ज्यादा फैट जम जाता है. जिस व्यक्ति का फैटी लिवर होता है उसे सामान्य से ज्यादा थकान महसूस होती है. इसके अलावा, आंखों में पीलापन नजर आने लगता है, पेशाब का रंग गहरा हो जाता है, पेट फूला हुआ रहता है और मल काले रंग का आने लगता है. ऐसे में फैटी लिवर की दिक्कत दूर करने के लिए खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी होता है. इस फैटी लिवर की दिक्कत को ही दूर करने के लिए न्यूट्रिशनिस्ट सिमरन कथूरिया की बताई ड्रिंक (Homemade Drink) को घर पर ही बनाकर पिया जा सकता है. जानिए किस तरह बनाई जाती है यह ड्रिंक.
फैटी लिवर के लिए ड्रिंक | Drink For Fatty Liver
न्यूट्रिशनिस्ट सिमरन कथूरिया बताती हैं कि फैटी लिवर होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे ओवरईटिंग, जंक फूड बहुत ज्यादा खाना, शुगर या शुगरी ड्रिंक्स का ज्यादा सेवन करना, एक्सरसाइज ना करना, एल्कोहल का सेवन, PCOD, इंसुलिन रेसिस्टेंस या फिर मोटापा. फैटी लिवर को इग्नोर किया जाए तो इससे परमानेंट लिवर डैमेज (Liver Damage) हो सकता है.
फैटी लिवर होने पर थकान, अपर बॉडी में भारीपन महसूस होना, ब्लोटिंग, पाचन का धीमा पड़ना और कभी-कभी कोई लक्षण (Fatty Liver Symptoms) ना दिखना भी एक दिक्कत बन जाता है. न्यूट्रिशनिस्ट कहती हैं कि लिवर एक साइलेंट ऑर्गन है और जबतक दर्द होता है तबतक दिक्कत काफी बढ़ जाती है. इसीलिए शरीर में लक्षण दिखते ही जरूरी सावधानियां बरतना शुरू कर देना चाहिए, यहां जिस ड्रिंक का जिक्र किया जा रहा है न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि उसे रोजाना पीने पर फैटी लिवर की दिक्कत कम होती है.
इस पावरफुल ड्रिंक को बनाने के लिए आपको क्रश की हुई दालचीनी, अदरक (Ginger), हल्दी, लेमनग्रास और काली मिर्च की जरूरत होगी. सभी चीजों को एकसाथ मिलाकर उबालें और छानकर हल्का गर्म ही इस ड्रिंक को पिएं. इस एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रिंक को पीने पर लिवर डिटॉक्स होगा और पाचन बेहतर होने में भी मदद मिलेगी.
इन बातों का रखें खास ध्यान
- फैटी लिवर से बचने के लिए शुगर को डाइट से दूर करना और फाइबर का ज्यादा सेवन करना जरूरी है.
- हर मील में प्रोटीन को शामिल करना जरूरी है.
- इसके अलावा 15 से 20 मिनट रोजाना खाना खाने के बाद वॉक करना जरूरी है. यह इंसुलिन सेंसिटिविटी के लिए भी बेहतर है.
- रात के समय देरी से खाना खाने से परहेज करें. लिवर को भी आराम की जरूरत होती है.
- मिल्क थिसल, ओमेगा-3 और एंटी-ऑक्सीडेंट्स ऐसे सप्लीमेंट्स हैं जिन्हें लिया जा सकता है. लेकिन, इन्हें लेने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है.
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