
इंसान तमाम चीजों पर अलग तरह से रिएक्ट करता है, जिस तरह का मैसेज हमारे दिमाग तक पहुंचता है, हमारा मूड और रिएक्शन भी वैसा ही हो जाता है. ये सब शरीर में मौजूद हार्मोन और केमिकल का खेल है. जब भी हम काफी अच्छा महसूस करते हैं तो डोपामाइन हार्मोन रिलीज होता है, जो हमें बेहतर महसूस करवाता है... लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब हम दुखी होते हैं तो शरीर में क्या होता है और कौन से केमिकल रिलीज होते हैं? आज हम आपको इस सवाल का जवाब दे रहे हैं.
खुशी और दर्द दूर करने वाले हार्मोन
इंसान के शरीर में कई ऐसी चीजें होती हैं, जो हमें अच्छा फील करवाने और तनाव को कम करने में मदद करती हैं. डोपामाइन से हमें अच्छा महसूस होता है तो सेरोटोनिन अवसाद को कम करने में मदद करता है. इसके अलावा एंडोर्फिन रिलीज होने पर हमें खुशी महसूस होती है. एंडोमॉर्फिन हार्मोन से दर्द कम होता है. म्यूजिक सुनने और चॉकलेट खाने से ये हार्मोन रिलीज हो सकता है, जिससे आपको दर्द में राहत महसूस होने लगती है.
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दुखी होने के पीछे कौन सा हार्मोन?
जब भी इंसान दुखी होता है तो उसे अच्छा महसूस नहीं होता है. किसी खास के बिछड़ने या फिर अपमान होने पर इंसान काफी दुखी हो जाता है. इस दौरान कोर्टिसोल रिलीज होता है. जब ये रिलीज होता है तो सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे फील-गुड हार्मोन का लेवल तेजी से गिरता है और इंसान बुरा महसूस करने लगता है.
अब जब भी आप दुखी हों तो समझ जाएं कि आपके दिमाग में क्या-क्या केमिकल लोचा चल रहा है. इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखें कि आपको अपने हैप्पी हार्मोन्स को कम नहीं होने देना है, ऐसा करने से आप तनाव में रहेंगे और ये आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है. जिन लोगों में डोपामाइन लगातार रिलीज होता रहता है, उन्हें लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियां नहीं होती हैं.
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