
Tooth Cavity Remedy: स्माइल आपकी खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करती है, लेकिन अगर स्माइल करते हुए पीले, कीड़ा लगे और खोखले दांत नजर आने लगें, तो ये शर्मिंदगी का कारण भी बन जाता है. आज के समय में लोग शुगरी और अनहेल्दी चीजें ज्यादा खाने लगे हैं, जिससे दांतों में कीड़ा लगने की परेशानी आम होती जा रही है. वहीं, अगर इसपर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो दांत खोखले होने लगते हैं. हालांकि, एक अच्छी बात यह है कि कुछ खास आदतों को अपने रूटीन का हिस्सा बनाकर दांतों की कैविटी को कम भी किया जा सकता है. खासकर आयुर्वेद में दांतों की मजबूती बनाए रखने के लिए कई आसान और असरदार उपाय बताए गए हैं.
इसी कड़ी में फेमस आयुर्वेदिक डॉक्टर सलीम जैदी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में डॉक्टर ने ऐसे 4 नुस्खे बताए हैं, जिनकी मदद से दांतों को बुढ़ापे तक मजबूत रखा जा सकता है, साथ ही ये नुस्खे दांतों से पीलापन हटाने (Teeth Whitening) में भी मदद कर सकते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-
खोखले दांतों से बचने के लिए अपनाएं ये आयुर्वेदिक उपाय
नंबर 1- लौंग का सेवनडॉक्टर जैदी बताते हैं, आयुर्वेद में लौंग के कई फायदे बताए गए हैं. इन्हीं में से एक है दांतों की मजबूती. लौंग एक शक्तिशाली औषधीय मसाला है जिसमें यूजेनोल (Eugenol) नामक तत्व होता है. यूजेनोल एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, ये गुण बैक्टीरिया को मारने और कैविटी को रोकने में असर दिखाते हैं. ऐसे में डॉक्टर हर बार खाना खाने के बाद एक लौंग चबाने की सलाह देते हैं.
नंबर 2- अमरूद के पत्तेअमरूद के पत्ते में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज दांतों और मसूड़ों की सुरक्षा करती हैं. आयुर्वेदिक डॉक्टर के मुताबिक, खाने के बाद 1-2 ताजे अमरूद के पत्ते चबाने से मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया का सफाया होता है और मसूड़े भी मजबूत होते हैं. ऐसे में यह दांतों को मजबूती देने का एक सस्ता और असरदार उपाय हो सकता है.
नंबर 3- नीम की दातूनसलीम जैदी के मुताबिक, नीम में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो प्लाक, बैक्टीरिया और दांतों की सड़न को कम करने में मदद करते हैं. रोज सुबह नीम की दातून से ब्रश करने से मसूड़े स्वस्थ रहते हैं और दांत लंबे समय तक मजबूत बने रहते हैं.
नंबर 4- तुलसी के पत्तेइन सब से अलग डॉक्टर तुलसी के पत्तों को भी दांतों के लिए बेहद फायदेमंद बताते हैं. आयुर्वेदिक डॉक्टर के मुताबिक, तुलसी एक दिव्य औषधि है जिसका उपयोग आयुर्वेद में हर तरह के संक्रमण से लड़ने के लिए किया जाता है. 3 से 4 तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर उससे कुल्ला करने से मुंह की सफाई होती है और बैक्टीरिया का खात्मा होता है. यह उपाय मसूड़ों की सूजन और दांतों के दर्द में भी राहत देता है.
डॉक्टर जैदी के मुताबिक, दांतों की समस्याएं जैसे कैविटी, कीड़ा लगना या मसूड़ों की सूजन बढ़ती उम्र के साथ आम हो सकती हैं, लेकिन इन आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर आप अपने दांतों को नेचुरल तरीके से स्वस्थ और मजबूत बनाए रख सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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