
Ankle Rotation Exercise: दिनभर की भागदौड़ और थकान के बाद जब आप बिस्तर पर जाते हैं, तो शरीर का हर हिस्सा दर्द से कराह रहा होता है. पैरों में दर्द, घुटनों में सूजन, कमर में अकड़न ऐसी होती है कि नींद में भी चैन नहीं मिलता है. अगर इस तरह की समस्या रोज-रोज परेशान कर रही है या घुटनों में खिंचाव, साइटिका के कारण कमर से टांग तक दर्द है और वेरिकोज वेन्स की वजह से पैरों में भारीपन और सूजन रोजमर्रा की जिंदगी में खलल डाल रही है, तो इसका एक आसान उपाय है. सोने से ठीक पहले सिर्फ 5 मिनट की एक एक्सरसाइज इन सारी तकलीफों का इलाज बन सकती है. आइए जानते हैं इसके बारे में-
इन तमाम तकलीफ से राहत पाने के लिए आप एंकल रोटेशन एक्सरसाइज (Ankle Rotation Exercise) कर सकते हैं. इस करने के लिए आपको बस अपने पैरों को 10-10 बार क्लॉकवाइज (घड़ी की दिशा में) और फिर एंटीक्लॉकवाइज (घड़ी के उलटी दिशा में) घुमाना है. इसके फायदे जबरदस्त हैं.
'पैर घुमाने' वाली एक्सरसाइज कैसे करती है कमाल?
ब्लड सर्कुलेशन सुधारती है (Improves Blood Circulation)हमारे पैरों में नसें होती हैं, जो दिल तक खून वापस लाने का काम करती हैं. लंबे समय तक बैठे रहने या पैरों की मांसपेशियों की कमजोरी के कारण, ब्लड फ्लो धीमा पड़ जाता है और इन नसों में खून जमा हो जाता है. इससे पैरों में सूजन, भारीपन और थकान की समस्या हो जाती है. जब आप पैर को क्लॉकवाइज और एंटीक्लॉकवाइज घुमाते हैं, तो आपकी टखनों और पैर की मांसपेशियां एक्टिव होती हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. यह न सिर्फ जमा हुआ खून वापस हार्ट तक पहुंचाता है, बल्कि पैरों की नसों को भी साफ करता है. इस तरह, पैरों की सूजन कम होती है. आपको हल्कापन महसूस होता है और थकान भी दूर होती है.
साइटिका पेन में राहत (Relief In Sciatica Pain)
साइटिका दर्द तब होता है जब कमर से पैरों तक बड़ी नस (Sciatic Nerve) पर दबाव या तनाव पड़ता है. यह दर्द तेज, जलन या झुनझुनी के रूप में महसूस होता है. पैर घुमाने वाली ये एक्सरसाइज साइटिका नस पर पड़ने वाले तनाव को कम करती है. इस मूवमेंट से कमर और पैरों की नसें थोड़ी सी खुलती हैं और ब्लड सर्कुरेशन में सुधार होता है. इससे नसों पर दबाव जल्दी कम होता है और दर्द में आराम मिलता है. रेगुलर प्रैक्टिस से साइटिका के दर्द और जकड़न में काफी सुधार हो सकता है.
घुटनों की जकड़न कम होती है (Stiffness of knees is reduced)घुटनों में दर्द और जकड़न का मुख्य कारण ज्वॉइंट्स के आसपास की मांसपेशियों का कमजोर होना और जोड़ों में मौजूद फ्लुइड (Synovial Fluid) की कमी है. यह फ्लुइड जोड़ों को चिकनाई देता है जिससे चलने-फिरने में आसानी होती है. पैर घुमाने से घुटनों के ज्वॉइंट्स में मौजूद फ्लुइड की स्पीड बढ़ती है. इसका मतलब है कि जोड़ों में चिकनाई बनी रहती है और घुटनों की कठोरता कम होती है. धीरे-धीरे घुटनों की ताकत बढ़ती है और दर्द में कमी आती है. खासकर बुज़ुर्ग और जो लंबे समय से घुटनों की समस्या से परेशान हैं, उनके लिए यह एक्सरसाइज बेहद फायदेमंद साबित होती है.
वेरिकोज वेन्स पर असर (Miraculous effect on varicose veins)वेरिकोज वेन्स की समस्या तब होती है, जब पैरों की नसों में ब्लड जम जाता है और उनमें सूजन आ जाती हैं. इससे पैरों में भारीपन, जलन और दर्द होता है. पैरों को क्लॉकवाइज और एंटीक्लॉकवाइज घुमाने से नसों की मांसपेशियां सिकुड़ती और फैलती हैं, जो नसों में जमा खून को बाहर निकालने में मदद करती हैं. इस मूवमेंट से खून का बहाव बेहतर होता है और सूजन कम होती है. धीरे-धीरे नसें मजबूत होती हैं और वेरिकोज वेन्स की प्रॉब्लम में काफी राहत मिलती है.
एंकल रोटेशन एक्सरसाइज कैसे करें (How to Do the Ankle Rotation Exercise)- पीठ के बल लेट जाएं या कुर्सी पर सीधे बैठें.
- अब दोनों पैर के पंजे को 10 बार क्लॉकवाइज घुमाएं.
- फिर उसी को एंटीक्लॉकवाइज 10 बार घुमाएं.
- इसे सिर्फ 3-4 मिनट रोजाना करना है.
- बहुत तेजी से या झटके से पैर न घुमाएं. इसे हल्के-हल्के ही करें.
- दर्द हो तो शुरुआत में 10 बार से शुरू करें.
- ज्यादा सूजन या ब्लड क्लॉट हो तो डॉक्टर या एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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