Weight Loss : बढ़ते वजन और मोटापे से अधिकतर लोग परेशान हैं. मोटापा एक अलग चीज है और बढ़ता वजन अलग. फिट व्यक्ति बढ़ते वजन को कंट्रोल में रखने के लिए चिंतित है और शरीर से मोटा व्यक्ति खुद को पतला करने के बारे में सोचता रहता है. कईयों का वजन खाने से बढ़ता है और तो कुछ जेनेटिक होते हैं, जो कम खाने पर भी मोटे होने लगते हैं. शरीर को फिट (Fitness) रखना है तो हेल्दी डाइट (Healthy Diet) का सेवन बेहद जरूरी है. हेल्दी डाइट के साथ-साथ हल्की-फुल्की एक्सरसाइज (Exercise) भी करते रहना चाहिए. अगर शारीरिक वजन कम करने का प्रयास कर रहे हैं, तो खिचड़ी बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है. डायटिशियन ने वेट लॉस के लिए इन 8 कारणों से खिचड़ी खाने का सुझाव दिया है.
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बॉडी को करती है डिटॉक्स
डायटीशियन की मानें तो, खिचड़ी बॉडी को डिटॉक्स करने का काम करती है. खिचड़ी से लंबे समय तक भूख नहीं लगती है. खिचड़ी खाने के बाद ओवरइटिंग की समस्या लगभग खत्म हो जाती है और ज्यादातर वो लोग मोटे होते हैं, जिनका खाने के लिए दिनभर मुंह चलता रहता है. खिचली कैलोरी को कंट्रोल करती है. वहीं, खिचड़ी फैट भी नहीं बढ़ने देती है.
फाइबर
खिचड़ी में फाइबर के गुण होते हैं. फाइबर पाचन तंत्र को मजबूत करता है. पाचन तंत्र मजबूत होने से खाना जल्दी पचता है. इसलिए डायटीशियन रोजाना खिचड़ी खाने की सलाह देते हैं.
मैक्रोन्यूट्रिएंट्स
खिचड़ी दाल और चावल से बनती है. चावल में कार्बोहाइड्रेट होता है और दाल में पर्याप्त प्रोटीन. खिचड़ी खाने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और शरीर में पोषक तत्वों का संतुलित मिश्रण बनाती हैं.
ग्लाइसेमिक इंडेक्स को कम करना
ग्लाईसेमिक इंडेक्स बढ़ना मतलब वजन बढ़ना. ग्लाईसेमिक इंडेक्स मतलब खून में धीरे-धीरे ग्लूकोज को प्रवाहित करना. बता दें, खिचड़ी का ग्लाईसेमिक इंडेक्स कम है. यानि खिचड़ी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखती है.
कोलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल
खिचड़ी लॉ-फैट फूड है और इसमें कोलेस्ट्रॉल ना के बराबर होता है. कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल यानि हार्ट संबंधी हेल्थ में सुधार होना. किसी को हार्ट से रिलेटेड बीमारी हैं, तो वह खिचड़ी का सेवन कर सकता है.
आंतों को हेल्दी बनाती है
खिचड़ी में जैसा की फाइबर प्रचूर मात्रा होता है, यही कारण है कि वह यह आंतों की हेल्थ बनाए रखती है. खिचड़ी आंतों में हेल्दी बैक्टीरिया की ग्रोथ करती है.
पचाने में आसान
खिचड़ी जोकि एक नरम फूड है, इसलिए इसे पचाने में आसानी होती है. इससे पाचन संबंधी बीमारी दूर होती है और कब्ज जैसी समस्या भी नहीं होती है.
फुल ऑफ प्रोटीन
खिचड़ी में दाल प्लांट बेस्ड प्रोटीन मिलाने का काम करती है. इसलिए खिचड़ी खाने वजन करने के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
5 तरह की खिचड़ी
दाल खिचड़ी
दाल में खिचड़ी में मूंग, चनास उड़द दाल की खिचड़ी बनाकर खा सकते हैं. दाल वाली खिचड़ी सबसे ज्यादा पौष्टिक है. दाल खिचड़ी में शरीर को पूरे दिन स्वस्थ रखती है.
वेजिटेबल खिचड़ी
सब्जी वाली खिचड़ी में मशरूम, पालक, ब्रोकली, बींस गादर, मटर आदि सब्जियों को चावल और दाल के साथ मिक्स कर बना सकते हैं. वेजिटेबल खिचड़ी सबसे ज्यादा पौष्टिक होती है.
दाल और बार्ली खिचड़ी
वहीं, बार्ली के साथ दाल को पकाकर भी खिचड़ी बना सकते हैं. स्वाद देने के लिए इसमें मसाले एड कर सकते हैं. वहीं, बार्ली खिचड़ी में देसी घी मिलाकर खाएं.
दलिया खिचड़ी
दलिया खिचड़ी भी दाल खिचड़ी की तरह हेल्दी फूड में आती हैं. दलिया खिचड़ी में सबसे ज्यादा फाइबर की मात्रा होती है. दलिया खिचड़ी ओवरइटिंग को खत्म करती है.
क्विनोवा खिचड़ी
क्विनोवा खिचड़ी के लिए आपको क्विनोवा बाजार से मिल जाएगा. क्विनोवा हेल्थ में सुधार करता है और वजन कम करने में बेहद कारगार है. इसलिए क्विनोवा खिचड़ी को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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