
Cholesterol Control: कॉलेस्ट्रोल वैक्स जैसा पदार्थ होता है जिसका शरीर सेल्स और हार्मोंस को बनाने में इस्तेमाल करता है. इसे गुड कॉलेस्ट्रोल कहा जाता है. जब कॉलेस्ट्रोल के लेवल्स शरीर में जरूरत से ज्यादा बढ़ जाते हैं तो उसे बैड कॉलेस्ट्रोल (Bad Cholesterol) या हाई कॉलेस्ट्रोल कहा जाता है. बैड कॉलेस्ट्रोल रक्त धमनियों में जमने लगता है जिसकी वजह से ब्लड फ्लो में रुकावट आने लगती है. इस गंदे कॉलेस्ट्रोल के जमने से दिल का दौरा (Heart Attacke) पड़ने तक की नौबत आ सकती है. इसीलिए वक्त रहते गंदे कॉलेस्ट्रोल को कम करने की कोशिश की जाती है. कॉलेस्ट्रोल कम करने के लिए खानपान में बदलाव करना बेहद जरूरी होता है. खानपान अच्छा हो तो गंदा कॉलेस्ट्रोल घटने और अच्छा कॉलेस्ट्रोल बढ़ने में मदद मिल सकती है. ऐसे में डॉ. सलीम जैदी के बताए पीले फल डाइट में शामिल किए जा सकते हैं. डॉक्टर का कहना है कि इन पीले फलों को खाने पर गंदा कॉलेस्ट्रोल कंट्रोल होने लगता है.
गंदा कॉलेस्ट्रोल कम करने के लिए पीले फल । Yellow Foods That Reduce Bad Cholesterol
डॉक्टर का कहना है कि ये फल सिर्फ खाने में ही स्वादिष्ट नहीं है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित होते हैं. इन फलों को खाने पर गंदा कॉलेस्ट्रोल कम होने लगता है और दिल की सेहत को फायदा मिलता है.
केलाकेला पौटेशियम से भरपूर होता है. इसमें फाइबर की भी भरपूर मात्रा होती है. ऐसे में केला खाने पर ब्लड प्रेशर कंट्रोल होने में मदद मिलती है और एलडीएल (LDL) यानी गंदा कॉलेस्ट्रोल कम होने लगता है.
अनानासअनानास में ब्रोमलेन और विटामिन सी अच्छी मात्रा में शरीर को मिल जाता है. इस फल के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इंफ्लेमेशन को कम करते हैं. अनानास खाने पर कॉलेस्ट्रोल मैनेज होने में असर नजर आता है.
नींबूपीला नींबू (Lemon) एंटी-ऑक्सीडेंट्स और पेक्टिन से भरपूर होता है और रक्त धमनियों को साफ करता है. नींबू से कॉलेस्ट्रोल ब्रेकडाउन में भी मदद मिलती है.
संतराइस फल को विटामिन सी का पावरहाउस कहा जाता है. संतरा फाइबर का भी अच्छा स्त्रोत होता है. ऐसे में संतरा खाने से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है और कॉलेस्ट्रोल कम होने में भी असर नजर आता है.
पपीताबीटा कैरोटीन और फाइबर से भरपूर पपीता (Papaya) शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रिलाइज करते हैं. ऐसे में पपीता खाने से हार्ट हेल्थ भी बूस्ट होती है.
शरीर में क्यों बढ़ जाता है कॉलेस्ट्रोल
हाई कॉलेस्ट्रोल यानी कॉलेस्ट्रोल बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं. पहला सबसे बड़ा कारण माना जाता है खानपान का सही ना होना. अगर खानपान में सैचुरेटेड फैट्स और ट्रांस फैट्स ज्यादा होंगे तो कॉलेस्ट्रोल बढ़ने लगेगा.
- मोटाप कॉलेस्ट्रोल के रिस्क फैक्टर्स में शामिल है. अगर व्यक्ति जरूरत से ज्यादा मोटा होगा तो शरीर में कॉलेस्ट्रोल बढ़ने लगेगा. इसीलिए कॉलेस्ट्रोल कम करने के लिए मोटापे को कम करना जरूरी है.
- तनाव के कारण भी हाई कॉलेस्ट्रोल (High Cholesterol) की दिक्कत हो सकती है. इसके अलावा स्मोकिंग कॉलेस्ट्रोल की वजह बनती है.
- एक्टिविटी की कमी और हर समय बैठे रहने पर भी कॉलेस्ट्रोल बढ़ता है. इसीलिए लाइफस्टाइल को एक्टिव रखना बेहद जरूरी है.
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