इन साइकोलॉजिकल ट्रिक्स से आप किसी भी डिबेट को चुटकियों में जाएंगे जीत, एकबार आजमाकर देखिए

चाहे आप अपने बॉस के साथ बातचीत कर रहे हों या किसी फ्रेंड के साथ डिबेट, ये टिप्स आपके काम आएंगे.

इन साइकोलॉजिकल ट्रिक्स से आप किसी भी डिबेट को चुटकियों में जाएंगे जीत, एकबार आजमाकर देखिए

डिबेट में कभी भी चिल्लाएं नहीं. बल्कि अपनी बात को आराम से रखें धीरे धीरे प्वाइंट टू प्वाइंट बात करें.

Psychological tricks : क्या आपको कभी ऐसा महसूस हुआ है कि आप बहस में हार रहे हैं? और आप चाहते हैं कि आपके पास बहस जीतने के लिए कोई तरकीब हो, तो तैयार हो जाइए क्योंकि आज हम आपको 7 ऐसे मनोवैज्ञानिक तरीके बताने जा रहे हैं जो किसी भी तर्क में पकड़ बनाए रखने में मदद कर सकती हैं. ये तकनीक कोई भी सीख सकता है और लागू कर सकता है. चाहे आप अपने बॉस के साथ बातचीत कर रहे हों या किसी फ्रेंड के साथ डिबेट कर रहे हों, ये टिप्स आपके काम आएंगे. छुहारा वाला दूध कमजोर हड्डियों में फूंक देता है जान, इसके अलावा हैं 4 और हेल्थ बेनेफिट्स

बहस जितने के साइकोलॉजिकल टिप्स

- सबसे पहले तो जिससे आपकी बातचीत हो रही है उसे समझने का प्रयास करें. उसके बाद सोच समझकर जवाब दीजिए उनकी बातों का. बिना सोचे समझे जवाब देंगे तो सामने वाला आपको काउंटर कर सकता है.

- सुनने की आदत डालें. कुछ लोग बिना पूरी बात सुनें बीच में कूद पड़ते हैं, जिससे उनकी बात को अहमियत नहीं दिया जाता है. आप जब भी किसी से डिबेट करें तो आप सामने वाले को पागल ना समझें. 

- वहीं, डिबेट में जब सामने वाले को आपकी बात समझ नहीं आ रही है तो फिर आपको उदाहरण के साथ उसको बात समझानी चाहिए. इससे उसको समझने में आसानी होगी. यह तरीका उसके दिमाग पर असर छोड़ सकता है. 

-वहीं, सामने वाले की बात को हमेशा ही उत्साहित होकर सुनिए. ताकि डिबेट का मजा दोगुना हो जाए. इससे सामने वाले की दिलचस्पी बढ़ सकती है. वहीं आप किसी भी चीज का जवाब देते समय चेहरे पर हल्की मुस्कान रखिए. 

- डिबेट में कभी भी चिल्लाएं नहीं. बल्कि अपनी बात को आराम से रखें धीरे-धीरे प्वाइंट टू प्वाइंट. इससे सामने वाला शांत रहेगा नहीं तो डिबेट खराब नोट पर खत्म होगा. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)