छोटा राजन (फाइल फोटो)
मुूंबई:
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन इंडोनेशिया में जिस फर्जी पासपोर्ट पर पकड़ा गया था, वह सिडनी में वर्ष 2008 में बना था। लेकिन सीबीआई की मानें तो वह इसी पासपोर्ट के जरिये साल 2003 में ऑस्ट्रेलिया में पंहुचा था।
छोटा राजन को 25 अक्टूबर 2015 बाली एयरपोर्ट से 'मोहन कुमार' नाम से बने फर्जी पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसे भारत लाए जाने के बाद सीबीआई ने दिल्ली मे सबसे पहले उसी फर्जी पासपोर्ट का मामला दर्ज किया। जांच एजेंसी की मानें तो तो कर्नाटक के पते पर बने इसी पासपोर्ट से राजन 22 सितंबर 2003 को पहली बार ऑस्ट्रेलिया पहुंचा था, लेकिन सवाल है कि साल 2008 में बने पासपोर्ट पर कोई पांच साल पहले 2003 में कैसे सफर कर सकता है ?
दिसंबर 2003 में बना था जिम्बाब्वे का पासपोर्ट
'मोहन कुमार' नाम से बने इस पासपोर्ट पर साफ शब्दों में लिखा है कि वो सिडनी में भारतीय दूतावास से 8 जुलाई 2008 को जारी हुआ है। इसके पहले उसके पास जिम्बाब्वे में हरारे से जारी हुआ दूसरा पासपोर्ट था जिसका नंबर Z1017162 है। कमाल की बात तो ये है कि जिम्बाब्वे वाला पासपोर्ट भी 19 दिसंबर 2003 को बना था।
दूसरी ओर, सीबीआई का कहना है कि राजन उससे भी 3 महीने पहले 22 सितंबर 2003 को आस्ट्रेलिया पहुंचा था यानी हरारे में बने पासपोर्ट से भी पहले राजन ऑस्ट्रेलिया गया था। डॉन के इस 'कमाल' को समझने के लिये हमने सीबीआई के प्रवक्ता से भी संपर्क किया। हमने उन्हें पासपोर्ट की कॉपी और तारीखों की गड़बड़ी भी लिखकर भेजी है, लेकिन सीबीआई ने अभी तक कोई जवाब नही दिया है।
छोटा राजन को 25 अक्टूबर 2015 बाली एयरपोर्ट से 'मोहन कुमार' नाम से बने फर्जी पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया था। उसे भारत लाए जाने के बाद सीबीआई ने दिल्ली मे सबसे पहले उसी फर्जी पासपोर्ट का मामला दर्ज किया। जांच एजेंसी की मानें तो तो कर्नाटक के पते पर बने इसी पासपोर्ट से राजन 22 सितंबर 2003 को पहली बार ऑस्ट्रेलिया पहुंचा था, लेकिन सवाल है कि साल 2008 में बने पासपोर्ट पर कोई पांच साल पहले 2003 में कैसे सफर कर सकता है ?
दिसंबर 2003 में बना था जिम्बाब्वे का पासपोर्ट
'मोहन कुमार' नाम से बने इस पासपोर्ट पर साफ शब्दों में लिखा है कि वो सिडनी में भारतीय दूतावास से 8 जुलाई 2008 को जारी हुआ है। इसके पहले उसके पास जिम्बाब्वे में हरारे से जारी हुआ दूसरा पासपोर्ट था जिसका नंबर Z1017162 है। कमाल की बात तो ये है कि जिम्बाब्वे वाला पासपोर्ट भी 19 दिसंबर 2003 को बना था।
दूसरी ओर, सीबीआई का कहना है कि राजन उससे भी 3 महीने पहले 22 सितंबर 2003 को आस्ट्रेलिया पहुंचा था यानी हरारे में बने पासपोर्ट से भी पहले राजन ऑस्ट्रेलिया गया था। डॉन के इस 'कमाल' को समझने के लिये हमने सीबीआई के प्रवक्ता से भी संपर्क किया। हमने उन्हें पासपोर्ट की कॉपी और तारीखों की गड़बड़ी भी लिखकर भेजी है, लेकिन सीबीआई ने अभी तक कोई जवाब नही दिया है।
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