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रोता रह गया पिता और रूसी मां बच्चे को लेकर फुर्र... SC भी हैरान, कहा- पासपोर्ट कोर्ट में तो देश छोड़कर कैसे भागी

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये गंभीर अवमानना का केस है. रूसी दूतावास की भूमिका की भी जांच हो. ⁠दिल्ली पुलिस ने कहा, हम जांच कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सवाल उठाया कि पासपोर्ट कोर्ट में जमा है तो क्या दूतावास के किसी अफसर की मदद से डुप्लीकेट पासपोर्ट बना?

रोता रह गया पिता और रूसी मां बच्चे को लेकर फुर्र... SC भी हैरान, कहा- पासपोर्ट कोर्ट में तो देश छोड़कर कैसे भागी
  • दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि रूसी महिला विक्टोरिया अपने नाबालिग बच्चे के साथ भारत छोड़कर रूस चली गई है.
  • सुप्रीम कोर्ट ने कहा ये गंभीर अवमानना का केस है. रूसी दूतावास की भूमिका की भी जांच हो.
  • सुप्रीम कोर्ट ने हैरानी जताई कि आखिरकार वो देश छोड़कर कैसे गई, जबकि पासपोर्ट कोर्ट के पास है.
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भारतीय पिता और रूसी मां के बीच वैवाहिक विवाद के चलते बच्चे की कस्टडी के मामले में दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि रूसी महिला बच्चे के साथ रूस पहुंच गई है. वो बिहार, नेपाल और यूएई के रास्ते 16 जुलाई को रूस पहुंच गई. सुप्रीम कोर्ट ने हैरानी जताई कि आखिरकार वो देश छोड़कर कैसे गई? क्या इसमें रूसी दूतावास से मिलीभगत है? सुप्रीम कोर्ट में बताया गया कि रशिया की दुल्हनिया यानी विक्टोरिया बसु अपने नाबालिग बच्चे के साथ भारत की सरहद से बाहर चली गई है. अब सरकार राजनयिक तरीकों से उसे वापस लाने की प्रक्रिया शुरू करेगी.  केंद्र सरकार की ओर से एएसजी ऐश्वर्या भाटी ने बताया कि उसके देश छोड़ कर जाने की पुष्टि हो गई है.

रूसी दूतावास की भूमिका की भी जांच हो

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये गंभीर अवमानना का केस है? रूसी दूतावास की भूमिका की भी जांच हो. ⁠दिल्ली पुलिस ने कहा, हम जांच कर रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने सवाल उठाया कि पासपोर्ट कोर्ट में जमा है तो क्या दूतावास के किसी अफसर की मदद से डुप्लीकेट पासपोर्ट बना? मामले की आगे जांच की जाए. ⁠भारत से नेपाल- यूएई और रूस बिना दूतावास की मदद से हवाई जहाज से जाना कैसे मुमकिन है? 

आखिरी बार रूसी महिला को दूतावास के अधिकारी के साथ देखा गया

इस केस में कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में 3 दिन बच्चे को मां के पास और 4 दिन पिता के पास रहने का आदेश दिया था, लेकिन 7 जुलाई को रूसी महिला बच्चे को लेकर गायब हो गई. आखिरी बार उसे रूसी दूतावास के एक अधिकारी के साथ दूतावास में देखा गया था. कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को बच्चे को जल्द से जल्द ढूंढ कर पिता को सौंपने का आदेश दिया है. कोर्ट ने कहा कि ये हर हाल में सुनिश्चित हो कि रूसी महिला बच्चे को लेकर देश न छोड़ने पाए.  कोर्ट ने विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय से कहा है कि महिला के खिलाफ लुक-आउट नोटिस जारी किया जाए और रूसी महिला का पासपोर्ट तुरंत जब्त किया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को मामले की विस्तार से जांच से करने को कहा और एक हफ्ते में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है.

जानें क्या है मामला

दरअसल, कोलकाता के रहने वाले शैकत बसु और रूस की रहने वाली विक्टोरिया के बीच चाइल्ड कस्टडी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित है. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के द्वारा इन दोनों पति-पत्नी के बीच साढे चार साल के बच्चे की कस्टडी को लेकर मध्यस्थता समेत तमाम कदम उठाए गए, जिसके आधार पर पहले कोर्ट ने बच्चों की कस्टडी को एक दिन में 20 घंटे पिता के साथ जबकि बाकी के चार घंटे मां विक्टोरिया के साथ रहने का आदेश दिया.  सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश दो महीने के लिए था इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में संशाोधन करते हुए एक हफ्ते में तीन दिन कस्टडी मां के पास और बाकी चार दिन कस्टडी पिता के पास रहने की अनुमति दे दी थी. इसी दौरान जब जुलाई में बच्चों की कस्टडी रूसी महिला से बच्चे के पिता को नहीं मिली तब पिता के द्वारा सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की गई और कहा गया कि बच्चे और विक्टोरिया दोनों ही कुछ पता नहीं चल पा रहा है.

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