पीएम मोदी (फोटो सौजन्य : रायटर)
वाराणसी:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार सुबह वाराणसी में डीजल रेल इंजन कारखाना (डीरेका) मैदान में 9000 से ज्यादा विकलांगों को उपकरण बांटकर रिकॉर्ड बनाया। मोदी ने खुद कई बच्चों को उपकरण, हाईटेक छड़ी, ट्राइसाइकिलें बांटी। पीएम मोदी ने इस मौके पर यह भी कहा कि उनपर लगातार हमले हो रहे हैं, लेकिन वे विचलित नहीं हैं। पीएम मोदी ने इस मौके पर नई मॉडल रेलगाड़ी महामना एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रेलगाड़ी वाया लखनऊ हफ्ते में तीन दिन दिल्ली के लिए चलेगी।
पीएम मोदी ने कहा, "जब भी किसी को पुजारी कह कर परिचय कराया जाता है तो उसके चेहरे, उसके तिलक पर नजर जाता है। किसी को विद्वान कहकर परिचय कराया जाता है तो हम उसे एक अगल नजर से देखने लगते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "जब किसी को विकलांग कह कर परिचय कराया जाता है तो नजर उस अंग पर जाती है जो काम नहीं करता। जबकि असलियत यह है कि विकलांग के पास भी ऐसी शक्ति होती है जो आम लोगों के पास नहीं होती। इनके पास दिव्य विशेषता होती है। इनके अंदर जो विशेष शक्ति है, उसे मैं दिव्यांग के रूप में देखता हूं।"
पीएम मोदी ने कहा, "विकलांगों के लिए 1992 से विभाग काम कर रहा है, लेकिन कभी इस तरह का आयोजन नहीं हुआ। इतने साल में बहुत कम लोगों को सहायता दी गई। 22 साल में सौ शिविर भी नहीं लगे, लेकिन एक साल में 1800 शिविर लगाए गए। पहले बिचौलिए फायदा उठाते थे, लेकिन शिविर लगने से बिचौलियों की दुकानें बंद हो गई हैं।"
पीएम मोदी ने कहा कि दो दिन पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अपने देश में काशी और गंगा का गुणगान किया। शिंजो ने आरती के दौरान हुए अनुभव को दिव्य बताया है। ये काशी के लिए गौरव की बात है।
पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत पूर्व सांसद शंकर प्रसाद जायसवाल और पूर्व विधायक हरिश्चंद्र श्रीवास्तव को श्रद्घांजलि देने के साथ की। इसके बाद सबसे पहले उन्होंने कार्यक्रम में आ रही बस के दुर्घटनाग्रस्त होने पर अफसोस जताया और कहा कि घायलों की पूरी व्यवस्था सरकार की तरफ से होगी।
कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत, मनोज सिन्हा, कलराज मिश्र, विजय सांपला, उप्र सरकार के मंत्री बलराम यादव, सचिव लव वर्मा भी मौजूद रहे।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचकर महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। आरामदायक सीटों वाली सुपरफास्ट रेलगाड़ी, महामना एक्सप्रेस में सफर करने के लिए यात्रियों में जबर्दस्त उत्साह दिखा। गुरुवार को रेलगाड़ी का रिजर्वेशन खुलते ही अगले एक सप्ताह तक के लिए सभी सीटें फुल हो गईं। यह स्थिति तब है, जब इस गाड़ी का किराया अन्य मेल एक्सप्रेस से 15 फीसदी अधिक है।
इस रेलगाड़ी का संचालन 25 जनवरी से शुरू होगा। इसके बाद 22418 नई दिल्ली से सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को और वाराणसी से 22417 मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को जाएगी। गणतंत्र दिवस के मौके पर वाराणसी से नई दिल्ली के लिए पहली यात्रा करने वाली 22417 महामना एक्सप्रेस की शयनयान श्रेणी में अगले छह दिनों के लिए सीटें फुल हो चुकी हैं।
पीएम मोदी ने कहा, "जब भी किसी को पुजारी कह कर परिचय कराया जाता है तो उसके चेहरे, उसके तिलक पर नजर जाता है। किसी को विद्वान कहकर परिचय कराया जाता है तो हम उसे एक अगल नजर से देखने लगते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "जब किसी को विकलांग कह कर परिचय कराया जाता है तो नजर उस अंग पर जाती है जो काम नहीं करता। जबकि असलियत यह है कि विकलांग के पास भी ऐसी शक्ति होती है जो आम लोगों के पास नहीं होती। इनके पास दिव्य विशेषता होती है। इनके अंदर जो विशेष शक्ति है, उसे मैं दिव्यांग के रूप में देखता हूं।"
पीएम मोदी ने कहा, "विकलांगों के लिए 1992 से विभाग काम कर रहा है, लेकिन कभी इस तरह का आयोजन नहीं हुआ। इतने साल में बहुत कम लोगों को सहायता दी गई। 22 साल में सौ शिविर भी नहीं लगे, लेकिन एक साल में 1800 शिविर लगाए गए। पहले बिचौलिए फायदा उठाते थे, लेकिन शिविर लगने से बिचौलियों की दुकानें बंद हो गई हैं।"
पीएम मोदी ने कहा कि दो दिन पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अपने देश में काशी और गंगा का गुणगान किया। शिंजो ने आरती के दौरान हुए अनुभव को दिव्य बताया है। ये काशी के लिए गौरव की बात है।
पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत पूर्व सांसद शंकर प्रसाद जायसवाल और पूर्व विधायक हरिश्चंद्र श्रीवास्तव को श्रद्घांजलि देने के साथ की। इसके बाद सबसे पहले उन्होंने कार्यक्रम में आ रही बस के दुर्घटनाग्रस्त होने पर अफसोस जताया और कहा कि घायलों की पूरी व्यवस्था सरकार की तरफ से होगी।
कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत, मनोज सिन्हा, कलराज मिश्र, विजय सांपला, उप्र सरकार के मंत्री बलराम यादव, सचिव लव वर्मा भी मौजूद रहे।
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचकर महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई। आरामदायक सीटों वाली सुपरफास्ट रेलगाड़ी, महामना एक्सप्रेस में सफर करने के लिए यात्रियों में जबर्दस्त उत्साह दिखा। गुरुवार को रेलगाड़ी का रिजर्वेशन खुलते ही अगले एक सप्ताह तक के लिए सभी सीटें फुल हो गईं। यह स्थिति तब है, जब इस गाड़ी का किराया अन्य मेल एक्सप्रेस से 15 फीसदी अधिक है।
इस रेलगाड़ी का संचालन 25 जनवरी से शुरू होगा। इसके बाद 22418 नई दिल्ली से सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को और वाराणसी से 22417 मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को जाएगी। गणतंत्र दिवस के मौके पर वाराणसी से नई दिल्ली के लिए पहली यात्रा करने वाली 22417 महामना एक्सप्रेस की शयनयान श्रेणी में अगले छह दिनों के लिए सीटें फुल हो चुकी हैं।
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