मुंबई हमले की फाइल फोटो
मुंबई:
पेरिस में हुए आतंकी हमले ने 26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकी हमले की याद ताजा कर दिया है। जानकारों का मानना है कि दोनों हमलों में काफी समानता है। यही वजह है कि आतंकी हमला हजारों मील दूर विदेशी भूमि पेरिस में हुआ। लेकिन उसकी गूंज मुंबई में सुनाई पड़ी।
पेरिस में आतंकियों ने एक साथ 6 ठिकानों को अपना निशाना बनाया। मुंबई पुलिस में कानून और व्यवस्था के सयुंक्त पुलिस आयुक्त देवेन भारती की मानें तो मुंबई में 26/11 का आतंकी हमला पहला ऐसा आतंकी हमला था जिसमें आतंकियों ने एक साथ कई ठिकानों को निशाना बनाया था और अत्याधुनिक हथियारों के साथ आईडी यानी की बम का इस्तेमाल भी किया था।
दोनों हमलों में समानताओं को देखें तो
- सभी आतंकी पूरी तरह से प्रशिक्षित थे।
- हमले के ठिकाने पहले से तय थे
- एक साथ कई ठिकानों पर हमला बोला
- भीड़-भाड़ वाली जगंह को हमले के लिए चुना
- लोगों को बंधक बनाया
- मरने-मारने के इरादे से आए थे।
26/11 आतंकी हमला कम संसाधन में ज्यादा घातक साबित हुआ
जानकारों का मानना है कि 26/11 आतंकी हमला कम संसाधन में ज्यादा घातक साबित हुआ था। इसलिए आतंकी उसी तर्ज पर अपने मंसूबों को अंजाम देने पर लगे हैं।
मुंबई पुलिस में अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त अतुलचंद्र कुलकर्णी ने बताया कि पेरिस हमले के तुरंत बाद मुंबई में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मुंबई में सतर्क रहने को कहा गया
सभी पुलिस थानों को अपने इलाके में सतर्क रहने को कहा गया है। सभी विदेशी दफ्तरों के बाहर सुरक्षा को पुख्ता करने को कहा गया है। अहम ठिकानों की सुरक्षा का जायजा लिया जा रहा है। कुछ भी संदिग्ध पाए जाने पर कंट्रोल रूम को बताने की हिदायत दी गई है।
26/11 आतंकी हमले के बाद मुंबई पुलिस की कमान संभालने वाले तब के पुलिस आयुक्त डी शिवानंदन के मुताबिक तब मुंबई पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए कई कदम उठाए गए। लेकिन जरूरत है उसकी समीक्षा करते रहने की। क्योंकि कोई जरूरी नहीं है कि एक ही शहर में दुबारा आतंकी एक जैसा हमला करेंगे।
पेरिस में आतंकियों ने एक साथ 6 ठिकानों को अपना निशाना बनाया। मुंबई पुलिस में कानून और व्यवस्था के सयुंक्त पुलिस आयुक्त देवेन भारती की मानें तो मुंबई में 26/11 का आतंकी हमला पहला ऐसा आतंकी हमला था जिसमें आतंकियों ने एक साथ कई ठिकानों को निशाना बनाया था और अत्याधुनिक हथियारों के साथ आईडी यानी की बम का इस्तेमाल भी किया था।
दोनों हमलों में समानताओं को देखें तो
- सभी आतंकी पूरी तरह से प्रशिक्षित थे।
- हमले के ठिकाने पहले से तय थे
- एक साथ कई ठिकानों पर हमला बोला
- भीड़-भाड़ वाली जगंह को हमले के लिए चुना
- लोगों को बंधक बनाया
- मरने-मारने के इरादे से आए थे।
26/11 आतंकी हमला कम संसाधन में ज्यादा घातक साबित हुआ
जानकारों का मानना है कि 26/11 आतंकी हमला कम संसाधन में ज्यादा घातक साबित हुआ था। इसलिए आतंकी उसी तर्ज पर अपने मंसूबों को अंजाम देने पर लगे हैं।
मुंबई पुलिस में अपराध शाखा के संयुक्त पुलिस आयुक्त अतुलचंद्र कुलकर्णी ने बताया कि पेरिस हमले के तुरंत बाद मुंबई में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मुंबई में सतर्क रहने को कहा गया
सभी पुलिस थानों को अपने इलाके में सतर्क रहने को कहा गया है। सभी विदेशी दफ्तरों के बाहर सुरक्षा को पुख्ता करने को कहा गया है। अहम ठिकानों की सुरक्षा का जायजा लिया जा रहा है। कुछ भी संदिग्ध पाए जाने पर कंट्रोल रूम को बताने की हिदायत दी गई है।
26/11 आतंकी हमले के बाद मुंबई पुलिस की कमान संभालने वाले तब के पुलिस आयुक्त डी शिवानंदन के मुताबिक तब मुंबई पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए कई कदम उठाए गए। लेकिन जरूरत है उसकी समीक्षा करते रहने की। क्योंकि कोई जरूरी नहीं है कि एक ही शहर में दुबारा आतंकी एक जैसा हमला करेंगे।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं