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अहमदाबाद में 241 यात्रियों को लेकर क्रैश होने वाले बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 प्लेन के पुर्जे-पुर्जे के बारे में जानिए

बोइंग ड्रीमलाइनर को लंबी दूरी के ट्रैवेल को नई दिशा देने के लिए जाना जाता है. इसे सबसे मॉर्डन और आसमान में सबसे सुरक्षित एयरक्राफ्ट में से एक माना गया है.

अहमदाबाद:

गुरुवार 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया की फ्लाइट 171A सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से टेक ऑफ करने के कुछ ही समय बाद क्रैश हो गया. यह एयरक्राफ्ट बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर थी जिस पर 230 पैसेंजर्स और 12 क्रू मेंबर्स के साथ कुल 242 लोग सवार थे. बोइंग ड्रीमलाइनर को लंबी दूरी के ट्रैवेल को नई दिशा देने के लिए जाना जाता है. इसे सबसे मॉर्डन और आसमान में सबसे सुरक्षित एयरक्राफ्ट में से एक माना गया है. लेकिन गुरुवार को बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर ने अपने सबसे खराब दिन का सामना किया. 

टेक ऑफ से पहले कई सिक्‍योरिटी चेक्‍स  

इस एयरक्राफ्ट के विंगस्‍पैन 60 मीटर के हैं जबकि इसकी लेंथ 57 मीटर और इसकी ऊंचाई 17 मीटर है. इसके सेफ्टी चेक्‍स भी अपने आप में काफी खास हैं. 

ग्राउंड इंजीनियर्स की तरफ से टेक ऑफ करने से पहले इसकी सर्विसिंग, फ्यूलिंग, इसके हाइड्रॉलिक चेक्‍स पूरे किए जाते हैं. इसके बाद इसके टायर और ब्रेक्‍स को भी अच्‍छे से चेक किया जाता है. 

जिस समय क्रू फ्लाइट में चेक-इन करता है, उस समय उसके मेंबर्स सिक्‍योरिटी चेक्‍स पूरा करते हैं. वो चेक करते हैं कि एयरक्राफ्ट सिस्‍टम के अलावा उनकी कनफिगिरेशन और इसके टेस्टिंग कंट्रोल्‍स और उपकरणों से ठीक है या नहीं. 

इसके अलावा लैंडिंग गियर लिवर को चेक किया जाता है कि वह डाउन है या नहीं. वहीं फ्लैप और स्‍पॉयलर लिवर ठीक पोजिशन में है या नहीं यह भी सिक्‍योरिटी चेक का हिस्‍सा होते हैं. फ्यूल पंप ऑन हैं या नहीं, इंजन फ्यूल का स्विच स्‍टार्ट होने से पहले कटऑफ है या नहीं, संवेदनशील वॉर्निंग सिस्‍टम को भी चेक किया जाता है और तब कहीं जाकर यह टेक ऑफ की स्थिति में होता है. 

पायलट बाहर से एयरक्राफ्ट को इन्‍सपेक्‍ट करते हैं. वो टायर से लेकर दरवाजों, एयरक्राफ्ट की नोज और विंग्‍स तक को चेक करते हैं. पायलट इसके अलावा कॉकपिट की गहन जांच करते हैं. इसके बाद ही कैप्‍टन औपचारिक तौर पर लॉगबुक में 'एयरक्राफ्ट एक्‍सेप्‍टेंस' साइन ऑफ  करता है. 

प्‍लेन में हैं इतने सारे सिक्‍योरिटी सिस्‍टम 

EICAS: इंजन-इंडिकेटिंग और क्रू-अलर्टिंग सिस्टम या EICAS, इसे आप बोइंग एयरक्राफ्ट का नर्व सिस्‍टम कह सकते हैं. यह इंजन के सभी पैरामीटर्स जैसे कि थ्रस्ट, तापमान, दबाव को बताता है. साथ ही सैकड़ों सेंसर की निगरानी करता है. उदाहरण के लिए, अगर कोई दरवाजा ठीक से बंद नहीं हुआ है तो EICAS ही इस बारे में इनफॉर्म करेगा. 

GPWS/TAWS: ग्राउंड प्रॉक्सिमिटी वार्निंग सिस्टम/टेरेन अवेयरनेस एंड वार्निंग सिस्टम या  GPWS यह पायलट्स को जमीन पर होने वाले टकराव या नीचे उतरने पर मौजूद किसी असुरक्षा के बारे में अलर्ट करता है जिसमें लो विजिबिलिटी या रात में होने वाले ऑपरेशंस के लिए जरूरी है. अगर यह किसी  यह खतरे को भांपता है तो सिस्टम ‘टेरेन, टेरेन' और ‘पुल अप' जैसे कॉलआउट जारी करता है. 

TCAS: ट्रैफिक कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम या TCAS  दूसरे विमानों के ट्रांसपोंडर को स्कैन करके हवा में टकराव को रोकता है. अगर कोई दूसरा एयरक्राफ्ट बहुत करीब आ जाता है तो यह पायलट्स को अलर्ट कर देता है. 

SWS: स्टॉल वार्निंग सिस्टम या SWSलगातार एयरस्पीड और बाकी पैरामीटर्स पर नजर रखता है ताकि स्टॉल या लिफ्ट के नुकसान की चेतावनी दी जा सके. 

Overspeed Warning: एयरक्राफ्ट में पायलट को अलर्ट करने के लिए वॉर्निंग सिस्‍टम है जो एक खास तरह का  क्लैकर साउंड पैदा करता है और इस तरह से 787 को ज्‍यादा स्‍पीड से बचाता है. 

Windshear Detection: हवा की स्‍पीड या हवा के झोंके में अचानक होने वाले किसी भी बदलाव को नोट करता है. इससे पायलट्स को एडवांस वॉर्निंग मिलती है जिससे वो  टेकऑफ़ को रोक सकते हैं या चक्कर लगा सकते हैं. 

Enhanced Flight Vision Alerts: अगर एयरक्राफ्ट ग्लाइडपाथ से भटक रहा हो तो यह सिस्‍टम पायलट्स को अलर्ट कर देता है. इसमें हाइट अलर्ट्स और ऑटोपायलट डिस्कनेक्ट की वॉर्निंग भी होती है. 

Fire and Smoke Alarms: वॉशरूम या एवियोनिक्स बे में धुआं होने या इंजन या कार्गो होल्ड में आग लगने पर अलर्ट करता है. 

Tail Strike Protection: टेक-ऑफ या लैंडिंग के दौरान टेल स्किड सेंसर की तरफ से पता लगने पर किसी भी स्ट्राइक या क्‍लोज-स्ट्राइक के बारे में पायलट्स को अलर्ट करता है.  

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