
- केंद्र सरकार जीएसटी पर राहत देने की योजना बना रही है, जिससे टैक्स घट सकता है.
- मिडिल और लोअर क्लास परिवारों के सामान पर टैक्स कम करने की तैयारी है.
- 12% टैक्स वाले सामान को 5% टैक्स में लाने की संभावना है.
- सरकार चार टैक्स स्लैब को घटाकर तीन करने पर विचार कर रही है.
आम टैक्सपेयर्स को राहत देने के बाद केंद्र सरकार जीएसटी पर बड़ी राहत दे सकती है. सूत्रों के अनुसार, सरकार मिडिल क्लास और लोअर क्लास परिवारों की जरूरतों के सामानों पर टैक्स कम करना चाहती है. अगर ऐसा होता है तो टूथपेस्ट से लेकर किचन के सामानों तक और स्टेशनरीज से लेकर प्रेस, गीजर, छोटी वॉशिंग मशीन तक सस्ते हो जाएंगे. ऐसी ज्यादातर वस्तुओं पर फिलहाल 12% टैक्स लगता है. चर्चा है कि वित्त मंत्रालय, मौजूदा 4 टैक्स स्लैब को कम कर 3 स्लैब कर सकती है.
...तो रह जाएंगे केवल ये 3 स्लैब
इसके लिए सरकार दो विकल्पों पर विचार कर रही है. 12% जीएसटी स्लैब में रखे गए ज्यादातर वसतुओं को 5% के स्लैब में ट्रांसफर किया जा सकता है या फिर 12% का स्लैब पूरी तरह खत्म किया जा सकता है. मौजूदा व्यवस्था में 4 टैक्स स्लैब हैं- 5%, 12%, 18% और 28%. सरकार इन 4 स्लैब को घटाकर 3 स्लैब कर सकती है. संभावना है कि नई व्यवस्था में केवल 5%, 18% और 28% का टैक्स स्लैब रह जाए. ऐसा होता है तो रोजमर्रा की जरूरतों के कई सारे सामान सस्ते हो जाएंगे.
आइए जानते हैं कौन से सामान सस्ते हो जाएंगे और ये भी समझने की कोशिश करते हैं कि कोई सामान आखिर कितना सस्ता हो सकता है.
ये सामान हो जाएंगे सस्ते
- घी, मक्खन, प्रोसेस्ड फूड
- फलों का जूस
- ड्राईफ्रूट्स और नट्स
- जैम, जेली, चटनी
- पैक्ड नारियल पानी
- छाता, सिलाई मशीन
- प्रेशर कुकर , आयरन (प्रेस), गीजर
- छोटी वॉशिंग मशीन, साइकिल
- ₹1000 से ऊपर के कपड़े
- ₹500 से ₹1000 तक के जूते-चप्पल
- स्टेशनरी के सामान
- कृषि के औजार
- टॉफी-कैंडी, डेयरी ड्रिंक्स
- कंडेंश्ड मिल्क, डेयरी स्प्रेड, पनीर, चीज (Cheese)
- प्रिजर्व्ड फिश, मक्खन और घी, बटर ऑयल
- क्लीन एनर्जी डिवाइसेज
- खजूर, अंजीर, अनानास, एवोकाडो, अमरूद, और मैंगोस्टीन (Packed)
- पास्ता, मैकरोनी, नूडल्स, लसग्ना, ग्नोची, रैवियोली, कैनेलोनी(Packed)
- बरी, नमकीन, भुजिया, मिश्रण, चबेना
- फलों या मेवों की प्यूरी और फलों या मेवों के पेस्ट
- दालों से बने नमकीन, भुजिया, मिश्रण, चबेना और इसी तरह के नमकीन
- 20 लीटर की बोतलों में पैक ड्रिंकिंग वाटर
- कॉटन और जूट के हैंड बैग और शॉपिंग बैग
- लकड़ी, पत्थर, संगमरमर और धातुओं की मूर्तियां
- मूंगफली, काजू, अन्य भुने हुए मेवे और बीज
- आम, नींबू, संतरा, अनानास या अन्य फलों का स्क्वैश
- बॉबिन, सिलाई धागा रील और कपड़ा मशीनरी के लिए लकड़ी के बने सामान
- लकड़ी के अन्य हिस्से, जैसे कि नाव या जहाज वगैरह के चप्पू, पैडल, पतवार
इस तरह समझें कैलकुलेशन का फॉर्मूला
किसी भी सामान की कीमत के लिए कैलकुलेशन का सिंपल सा फॉर्मूला लगाया जा सकता है. जैसे कि मान लीजिए किसी सामान की कीमत 100 रुपये हैं, 12% GST के साथ उसकी मौजूदा MRP यानी अधिकतम कीमत होगी, 100+12= 112 रुपये. अगर ये सामान 12% GST स्लैब से 5% GST स्लैब में लाया जाता है तो इसकी MRP यानी अधिकतम कीमत हो जाएगी- 100+5=105 रुपये. यानी अभी जिस सामान के लिए हमें 112 रुपये देने पड़ रहे हैं, उसके लिए 105 रुपये ही देने होंगे. यानी 112 रुपये के सामान पर 7 रुपये बचेंगे.
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