कीर्ति आजाद (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
बीजेपी के निलंबित सांसद कीर्ति आजाद ने पार्टी को दिए अपने 'लंबे' जवाब में चार वीडियो रिकार्डिंग्स को भी शामिल किया है। गौरतलब है कि बीजेपी ने कीर्ति आजाद को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा है कि अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण उन्हें क्यों न पार्टी से निकाल दिया जाए।
पूर्व क्रिकेटर और बिहार से सांसद कीर्ति पर यह आरोप केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगाने के फलस्वरूप लगाए गए हैं। कीर्ति ने बतौर दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) अध्यक्ष जेटली के 13 वर्ष के कार्यकाल में कथित वित्तीय और अन्य गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। जेटली वर्ष 1999 से 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे। हालांकि पार्टी का कहना है कि इस दौरान वे गैर कार्यकारी अध्यक्ष थे और संगठन की दिन-प्रतिदिन की गतिवधियों में शामिल नहीं थे।
आजाद के करीबी एक सूत्र के अनुसार, 53 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने अपने जवाब में दावा किया है कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ मुलाकात में जेटली के साथ एक बैठक का अनुरोध किया था ताकि डीडीसीए के मसले पर चर्चा की जा सके।
लेकिन इस बारे में कुछ प्रगति नहीं हुई तो उन्हें लगा कि डीडीसीए में भ्रष्टाचार के मसले से बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है। इसके साथ ही आजाद ने बीजेपी से उन अखबारों और मीडिया रिपोर्टस को उपलब्ध कराने की मांग की है जिससे यह साबित हो कि उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की हार के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा था। आजाद की ओर से पार्टी को जो चार वीडियो रिकॉर्डिंग सौंपी गई है उनमें उनकी 20 दिसंबर की प्रेस कान्फ्रेंस का वीडियो भी शामिल है। इस वीडियो ने उन्होंने सार्वजनिक तौर पर पहली बार डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
पूर्व क्रिकेटर और बिहार से सांसद कीर्ति पर यह आरोप केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगाने के फलस्वरूप लगाए गए हैं। कीर्ति ने बतौर दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) अध्यक्ष जेटली के 13 वर्ष के कार्यकाल में कथित वित्तीय और अन्य गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। जेटली वर्ष 1999 से 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे। हालांकि पार्टी का कहना है कि इस दौरान वे गैर कार्यकारी अध्यक्ष थे और संगठन की दिन-प्रतिदिन की गतिवधियों में शामिल नहीं थे।
आजाद के करीबी एक सूत्र के अनुसार, 53 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने अपने जवाब में दावा किया है कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ मुलाकात में जेटली के साथ एक बैठक का अनुरोध किया था ताकि डीडीसीए के मसले पर चर्चा की जा सके।
लेकिन इस बारे में कुछ प्रगति नहीं हुई तो उन्हें लगा कि डीडीसीए में भ्रष्टाचार के मसले से बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है। इसके साथ ही आजाद ने बीजेपी से उन अखबारों और मीडिया रिपोर्टस को उपलब्ध कराने की मांग की है जिससे यह साबित हो कि उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की हार के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा था। आजाद की ओर से पार्टी को जो चार वीडियो रिकॉर्डिंग सौंपी गई है उनमें उनकी 20 दिसंबर की प्रेस कान्फ्रेंस का वीडियो भी शामिल है। इस वीडियो ने उन्होंने सार्वजनिक तौर पर पहली बार डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
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