प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा से मंगलवार को वापस आ गए हैं. पीएम मोदी फ्रांस, बहरीन और यूएई की यात्रा पर गए थे. फ्रांस में उन्होंने जी-7 सम्मेलन में भी हिस्सा लिया जहां उन्होंने धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराई है. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी 22 अगस्त को सबसे पहले फ्रांस गए जहां उन्होंने वहां के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ कई मुद्दों पर बातचीत की. इसके बाद पीएम मोदी 23 अगस्त को यूएई के लिए रवाना हुए जहां उनको अबूधाबी के प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नहयान ने वहां के सर्वोच्च सम्मान 'ऑर्डर ऑफ जाएद' से सम्मानित किया. इसके बाद दोनों के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई. पीएम मोदी से यहां से बहरीन पहुंचे और यहां के राजा ने 'द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनसां' से सम्मानित किया. पीएम मोदी ने यहां 200 साल पुराने एक हिंदू मंदिर के जिर्णोद्धार के प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन किया. बहरीन से पीएम मोदी फ्रांस के लिए फिर रवाना हुए जहां उन्होंने जी-7 देशों के सम्मेलन में हिस्सा लिया. जी-7 सात देशों का समूह है, जिसमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमरीका शामिल हैं. इसे ग्रुप ऑफ़ सेवन भी कहते हैं. यह समूह खुद को मूल्यों का आदर करने वाला समुदाय मानता है. स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की सुरक्षा, लोकतंत्र और क़ानून का शासन और समृद्धि और सतत विकास इस समूह के प्रमुख सिद्धांत हैं. शुरुआत में यह छह देशों का समूह था, जिसकी पहली बैठक 1975 में हुई थी, लेकिन बाद में कनाडा के शामिल होने के बाद यह जी-7 बन गया. पीएम मोदी के इस ताबड़तोड़ दौरे से देश को क्या मिला यह भी विश्लेषण का विषय है.
पीएम मोदी का फ्रांस दौरा
पीएम मोदी मोदी सबसे पहले फ्रांस के दौरे पर गए थे. वहां उनके और फ्रांस में राष्ट्रपति इमैनुए मैक्रों के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई. इस दौरान दोनों देशों के बीच स्किल डेवलपमेंट और व्यवसायिक पाठ्यक्रम, सौर ऊर्जा पर समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. एडवांस कम्प्यूटिंग पर सहयोग पर समझौते हुए. इसके साथ ही साइबर सिक्योरिटी, साइबर इनोवेशन, साइबर क्राइम के खिलाफ साझेदारी,डिजिटल गर्वेनेंस,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर रेग्युलेशन जैसे मुद्दों पर सहमति बनी.
(फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ पीएम मोदी)
यूएई से मजबूत हुए रिश्ते
प्रधानमंत्री मोदी को अबूधाबी के प्रिंस ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ जाएद' से सम्मानित किया है. पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्ते अब क्रेता और विक्रेता के आगे बढ़कर व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक पहुंच गई है. पीएम मोदी ने कहा कि द्विपीक्षय संबंधों में हमारा दृष्टिकोण समान है. उन्होंने अबूधाबी के प्रिंस की तारीफ करते हुए कहा कि धार्मिक शांति, उन्नति और स्थाइत्व को लेकर किए जा रहे प्रयासों की चर्चा की. पीएम मोदी ने कहा कि अक्षय ऊर्जा, खाद्य, एयरपोर्ट, रक्षा निर्माण में भारत में निवेश की रुचि बढ़ रही है. यूएई का भी भारत में निवेश बढ़ रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि यूएई, भारत के साथ तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बन चुका है. दोनों ही देश भारत में 75 बिलियन अमेरिकी डॉलर निवेश को लेकर प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत के साथ काम कर रहे हैं.
(अबूधाबी के प्रिंस के साथ पीएम मोदी)
पीएम मोदी का बहरीन का दौरा
यूएई की तरह पीएम मोदी को बहरीन में भी 'द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनसां' सम्मान दिया गया. पीएम मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री थे जो बहरीन की यात्रा पर पहुंचे थे. प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके बहरीन में रुपेय कार्ड भी जारी किया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने बहरीन ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया. इसके बाद कल्चरल एक्सचेंज प्रोग्राम, इसरो और बहरीन की स्पेस एजेंसी के बीच समझौता, रुपे कार्ड लांच होने पर मेमोरेंडम पर साइन किए गए. अंतरराष्ट्रीय सौर ऊर्जा गठबंधन में बहरीन की ओर से रुचि दिखाने पर भारत ने स्वागत किया. दोनों पक्षों की ओर से आतंकवाद के किसी भी प्रारुप के खिलाफ कार्रवाई करने पर प्रतिबद्धता जताई साथ ही खुफिया जानकारी साझा करने की भी सहमति बनी. इसके साथ ही कई अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा और सहमति बनी.
(बहरीन के किंग पीएम मोदी को सम्मानित करते हुए)
जी-7 में धमाकेदार उपस्थिति
जी-7 भारत की धमाकेदार उपस्थिति रही. सबसे पहले पीएम मोदी और युनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन के बीच मुलाकात हुई. दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंध मुख्य केंद्र रहा. बोरिस जानसन ने कहा ग्रेट ब्रिटेन के आर्थिक और समाज में प्रतिभाशाली भारतीयों के योगदान के महत्व को वह समझते हैं. दोनों प्रधानमंत्रियों ने आर्थिक एजेंडें को आगे बढ़ाने के लिए एक टीम गठित करने पर भी सहमति जताई. जी-7 की मीटिंग के दौरान ही प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव को बताया कि कैसे भारत जलवायु परिवर्तन की चिंता को देखते हुए अक्षय ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है. सेनेगल के राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पीएम मोदी की मुलाकात अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप से हुई. 40 मिनट की बैठक के दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच व्यापार और ऊर्जा को लेकर चर्चा हुई.
(जी-7 में पीएम मोदी)
कश्मीर मुद्दे पर पीएम मोदी ने डोनाल्ड्र ट्रंप को सुनाई दो टूक
जी-7 सम्मेलन से इतर पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात हुई. पीएम मोदी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के सारे विषय द्विपक्षीय हैं और इसीलिए हम अपने विषयों के लिए किसी भी देश को कष्ट नहीं देते हैं. हम मिलजुलकर समस्याओं का समाधान कर सकते हैं. 1947 से पहले हम एक ही देश थे. पीएम मोदी के इस रुख को देख अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को मध्यस्थता के अपने प्रस्ताव से कदम पीछे खींच लिया और कहा कि भारत और पाकिस्तान 'इसे खुद हल सकते हैं'. ट्रंप ने यहां मीडिया से कहा, "मेरा दोनों पीएम मोदी और पीएम इमरान खान के साथ अच्छे संबंध हैं. मेरा मानना है कि वे इसे खुद हल कर सकते हैं. वे इसे लंबे समय से हल करने की कोशिश कर रहे हैं."
(अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पीएम मोदी)
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