नई दिल्ली:
उत्तराखंड में आए सैलाम में 11 हजार से भी ज्यादा लोगों के लापता होने की बात एक संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कही है।
वहीं, सोमवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन एम शशिधर रेड्डी ने कहा कि, शनिवार तक 1350 लोगों को बद्रीनाथ से हटा लिया गया है। इस में 800 हवाई मार्ग से और 550 सड़क मार्ग से बचाए गए हैं। इन बचाए गए लोगों में कई दुकानदारों और आश्रम में रहने वालों की सूची भी है।
अब तक केदारनाथ में 580 लोगों की मौत की बात एनडीआरएफ की टीम ने कही है, साथ ही 8534 लोगों को यहां से बचाने का दावा भी टीम ने किया है। टीम ने बताया कि अब तक पूरे उत्तराखंड से बचाए गए लोगों की संख्या 1,08,253 तक हो गई है।
रेड्डी ने बताया कि राज्य में आई आपदा में लापता हुए लोगों के संबंधियों द्वारा दायर शिकायतों के अनुसार 3500-3700 लोग का अब कुछ अता-पता नहीं चल पा रहा है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी और एनजीओ द्वारा तैयार रिपोर्ट के अनुसार 11 हजार से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं।
एनडीएमए के उपाध्यक्ष रेड्डी के जानकारी दी कि सबसे से मौतें केदारनाथ और रामबाड़ा में हुई हैं। और अब तक कुल 3119 लोग इस आपदा में घायल हुए हैं।
रेड्डी के अनुसार अब आपदा से प्रभावित गांव की संख्या 2375 से बढ़कर 4200 तक पहुंच गई है। उनका कहना है कि 2865 रोड का रास्ता दुरुस्त कर लिया गया है, वहीं 1335 रोड से गांव का संपर्क स्थापित करना अभी बाकी है। फिलहाल 737 रोड गाड़ियों के लिए अभी उपयुक्त नहीं हो पाई हैं।
वहीं, सोमवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वाइस चेयरमैन एम शशिधर रेड्डी ने कहा कि, शनिवार तक 1350 लोगों को बद्रीनाथ से हटा लिया गया है। इस में 800 हवाई मार्ग से और 550 सड़क मार्ग से बचाए गए हैं। इन बचाए गए लोगों में कई दुकानदारों और आश्रम में रहने वालों की सूची भी है।
अब तक केदारनाथ में 580 लोगों की मौत की बात एनडीआरएफ की टीम ने कही है, साथ ही 8534 लोगों को यहां से बचाने का दावा भी टीम ने किया है। टीम ने बताया कि अब तक पूरे उत्तराखंड से बचाए गए लोगों की संख्या 1,08,253 तक हो गई है।
रेड्डी ने बताया कि राज्य में आई आपदा में लापता हुए लोगों के संबंधियों द्वारा दायर शिकायतों के अनुसार 3500-3700 लोग का अब कुछ अता-पता नहीं चल पा रहा है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी और एनजीओ द्वारा तैयार रिपोर्ट के अनुसार 11 हजार से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं।
एनडीएमए के उपाध्यक्ष रेड्डी के जानकारी दी कि सबसे से मौतें केदारनाथ और रामबाड़ा में हुई हैं। और अब तक कुल 3119 लोग इस आपदा में घायल हुए हैं।
रेड्डी के अनुसार अब आपदा से प्रभावित गांव की संख्या 2375 से बढ़कर 4200 तक पहुंच गई है। उनका कहना है कि 2865 रोड का रास्ता दुरुस्त कर लिया गया है, वहीं 1335 रोड से गांव का संपर्क स्थापित करना अभी बाकी है। फिलहाल 737 रोड गाड़ियों के लिए अभी उपयुक्त नहीं हो पाई हैं।
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