पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को भारतीय जनता पार्टी की तरफ से एक और 'झटका' लगा है. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के एक विधायक सहित 12 पार्षदों ने BJP का दामन थामा है. पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) और मुकुल रॉय की उपस्थिति में बोनगांव से टीएमसी विधायक बिश्वजीत दास (Biswajit Das) और 12 टीएमसी पार्षद भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए. इतना ही नहीं बीजेपी ने इस बार कांग्रेस (Congress) को भी झटका दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता प्रेसेनजीत घोष भी इस दौरान बीजेपी में शामिल हुए.
Delhi: TMC Bongaon MLA Biswajit Das, 12 TMC councillors and Congress spokesperson Prasanjeet Ghosh join BJP in presence of BJP leaders Kailash Vijayvargiya and Mukul Roy. pic.twitter.com/BOSQ94b0Le
— ANI (@ANI) June 18, 2019
बता दें लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला जारी है. सोमवार को नौपारा विधानसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस (TMC) विधायक सुनील सिंह तथा पार्टी के 12 पार्षद दिल्ली में BJP में शामिल हुए थे. बीजेपी में शामिल होने के बाद सुनील सिंह ने कहा था, 'पश्चिम बंगाल में जनता 'सबका साथ, सबका विकास' चाहती है... यह मोदी जी की सरकार है, और हम राज्य में यही सरकार बनाना चाहते हैं, ताकि पश्चिम बंगाल का विकास किया जा सके.' बता दें, इससे पहले भी तीन विधायक और 50 से अधिक पार्षद टीएमसी का साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं. हाल में हुए लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल की 42 लोकसभा सीटों में टीएमसी को 22 सीटें मिली हैं, जबकि बीजेपी के खाते में 18 सीटें गई हैं. 2014 में बीजेपी को राज्य में महज दो सीटों से संतुष्ट होने पड़ा था.
मालूम हो कि ममता बनर्जी और भाजपा में लोकसभा चुनाव से ही तनातनी चल रही है. लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने बंगाल में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि चुनाव के नतीजों के बाद 40 विधायक भाजपा में शामिल होंगे. पीएम मोदी ने कहा था कि ये विधायक लगातार उनके संपर्क में हैं. इसके बाद भाजपा के बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि टीएमसी विधायक किश्तों में भाजपा ज्वाइन करेंगे.
हाल ही में तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल सरकार को भेजा गया गृह मंत्रालय का परामर्श भाजपा का ‘गहरा षड्यंत्र' और द्वारा विपक्ष शासित राज्यों में ‘सत्ता हथियाने की चाल' है. हालांकि, भाजपा ने आरोपों को बेबुनियाद बताया और दावा किया था कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गयी है. तृणमूल कांग्रेस के महासचिव एवं पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी ने पत्र में लिखा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जमीनी हकीकत जाने बिना या राज्य सरकार से रिपोर्ट लिए बिना निष्कर्ष निकाल लिया. उन्होंने लिखा, ‘हम तृणमूल कांग्रेस की ओर से गृह मंत्रालय के परामर्श पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हैं और अपील करते हैं कि इसे तत्काल वापस लिया जाए.'
VIDEO: टीएमसी का एक और एमएलए बीजेपी में शामिल
(इनपुट- ANI)
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