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This Article is From Jun 01, 2020

आज से पटरियों पर दौड़ेंगी 200 और ट्रेनें, 1.45 लाख लोगों ने खरीदा टिकट, यहां देखें ट्रेनों की पूरी लिस्ट

200 ट्रेनों के शुरू होने पर पहले दिन ही लगभग 1.45 लाख लोगों ने यात्रा के लिए टिकट खरीदा है. रेलवे का अनुमान है कि अकेले जून महीने में ही कम से कम 26 लाख लोग इन ट्रेनों से सफर करेंगे.

आज से पटरियों पर दौड़ेंगी 200 और ट्रेनें, 1.45 लाख लोगों ने खरीदा टिकट, यहां देखें ट्रेनों की पूरी लिस्ट
  • 1 जून से शुरू हो रही हैं 200 नई ट्रेनें
  • पहले दिन के लिए ही 1.45 लाख लोगों ने टिकट खरीदा
  • अब ट्रेनों में लगेंगे नॉन-एसी कोच भी
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1 जून यानी सोमवार से देश में लॉकडाउन के बीच चलने वाली ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी गई है. अब तक चल रही 15 जोड़ी (अप-डाउन कर रही 30 ट्रेनें) ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर 200 कर दी गई है. लॉकडाउन चूंकि 30 जून तक बढ़ चुका है, लेकिन इस बार बहुत सारी ढील मिलने के बाद भारतीय रेलवे अब अपनी ट्रेनों को धीरे-धीरे ट्रैक पर लाने की कोशिश कर रहा है. सोमवार से चल रही ट्रेनों में अब नॉन-एसी कोच भी शामिल होंगे, जो अब तक चल रही ट्रेनों में नहीं थे.

बता दें कि 200 ट्रेनों के शुरू होने पर पहले दिन ही लगभग 1.45 लाख लोगों ने यात्रा के लिए टिकट खरीदा है. रेलवे का अनुमान है कि अकेले जून महीने में ही कम से कम 26 लाख लोग इन ट्रेनों से सफर करेंगे. आप इन 200 ट्रेनों की पूरी लिस्ट यहां देख सकते हैं.

रेलवे ने अपने एक बयान में कहा, ‘ये ट्रेनें नियमित तौर पर चलने वाली ट्रेनों की तरह ही होंगी. ये पूरी तरह से रिजर्व्ड क्लास की एसी और नॉन-एसी कोच वाली ट्रेनें होंगी. जनरल बोगियों में बैठने के हिसाब से सीट रिजर्व की जाएगी. इन ट्रेनों में अनारक्षित सीटों वाली बोगियां नहीं होंगी. इसमें क्लास के हिसाब से किराया लगेगा. जनरल सीटिंग के लिए सेकेंड सीटिंग का किराया लगेगा और सभी यात्रियों को सीटें अलॉट की जाएंगी.'

रेलवे ने अपनी गाइडलाइंस में यात्रियों को ट्रेन के निकलने के 90 मिनट पहले स्टेशन पहुंचने की सलाह दी है. जिन यात्रियों के पास कन्फर्म्ड/RAC टिकट होंगे, उन्हें ही स्टेशन के भीतर घुसने दिया जाएगा.  गृहमंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइंस के तहत सभी यात्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा, और जिनमें कोई भी लक्षण नहीं दिखाई देंगे, उन्हें यात्रा करने की अनुमति मिलेगी.

ट्रेन पर भी यात्रियों को सोशल डिस्टेंसिंग नियम का पालन करना होगा और पूरी यात्रा के दौरान फेस मास्क पहनकर रखना होगा. सभी यात्रियों को लगातार हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते रहना होगा. सभी यात्रियों के फोन में आरोग्य सेतु ऐप होना जरूरी है.

रेलवे के हर ज़ोन को हर स्टेशन पर प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग गेट बनाने की सलाह दी गई है, ताकि यात्रियों के बीच कोई फेस-टू-फेस मूवमेंट न हो.

बता दें कि लॉकडाउन से पहले रेलवे रोजाना 12,000 ट्रेनें ऑपरेट करती थी. ये जो अलग से 200 ट्रेनें चलाई जा रही हैं, इनमें श्रमिक ट्रेनें शामिल नहीं हैं. रेलवे 1 मई से ही ये स्पेशल श्रमिक ट्रेनें चला रही है. रेलवे का दावा है कि 29 मई तक 3,840 ट्रेनों में 52 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पंहुचाया जा चुका है.

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