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This Article is From Oct 04, 2019

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अंतरराष्‍ट्रीय संबंधों को चलाना नहीं जानते : विदेश मंत्रालय

भारत ने शुक्रवार को कश्‍मीर मुद्दे को लेकर जारी उसके दुष्‍प्रचार पर आड़े हाथ लिया और पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री पर निशाना साधा.

पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अंतरराष्‍ट्रीय संबंधों को चलाना नहीं जानते : विदेश मंत्रालय
पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अंतरराष्‍ट्रीय संबंधों को चलाना नहीं जानते: MEA
नई दिल्ली:

भारत ने शुक्रवार को कश्‍मीर मुद्दे को लेकर जारी उसके दुष्‍प्रचार पर आड़े हाथ लिया और पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री पर निशाना साधा. विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने शुक्रवार को कहा, 'पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अंतरराष्‍ट्रीय संबंधों को चलाना नहीं जानते.' पाकिस्तानी पीएम के लोगों से नियंत्रण रेखा की तरफ बढ़ने के लिए कहने वाले बयान पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "उन्होंने उकसावे वाले गैर-ज़िम्मेदार बयान संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी दिए थे... मुझे लगता है, वह अंतरराष्ट्रीय संबंधों को चलाना नहीं जानते... सबसे गंभीर बात यह है कि उन्होंने खुले तौर पर भारत के खिलाफ जेहाद का आह्वान किया, जो सामान्य नहीं है..."

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में तुर्की द्वारा कश्मीर मुद्दा उठाए जाने पर कहा, "हम तुर्की सरकार से आह्वान करते हैं कि ज़मीनी हालात को सही तरीके से समझें, और उसके बाद ही आइंदा कोई बयान जारी करें... यह ऐसा मामला है, जो पूरी तरह भारत का आंतरिक मुद्दा है..."

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ जम्मू कश्मीर को लेकर हाल का भारत का निर्णय पूरी तरह से आंतरिक मामला है.'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इस विषय पर कई बार तथ्य रख चुके हैं. तथ्य यह है कि जम्मू कश्मीर ने भारत के साथ विलय के प्रपत्र पर हस्ताक्षर किया था. पाकिस्तान ने उस पर हमला किया और जम्मू कश्मीर के एक हिस्से पर कब्जा कर लिया. इसे संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी माना है. इसके साथ ही जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में हाल का घटनाक्रम भारत का आंतरिक मामला है.

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तुर्की को मित्रतापूर्ण देश बताते हुए कुमार ने कहा कि छह अगस्त के बाद से तुर्की सरकार और उसके विदेश मंत्रालय की ओर से जिस प्रकार के बयान आ रहे हैं, ‘‘उसकी हम निंदा करते हैं.'' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘तुर्की का बयान तथ्यात्मक रूप से गलत, दुर्भावना से प्रेरित है. हम चाहते हैं कि तुर्की की सरकार वस्तुस्थिति के बारे में उपयुक्त समझ बनाने के बाद ही आगे कोई बयान दे.'' उन्होंने कहा कि जहां तक मलेशिया का सवाल है, उस देश के साथ भी भारत के मित्रतापूर्ण संबंध रहे हैं और हाल के वर्षों में ये और बेहतर हुए हैं. कुमार ने कहा, ‘‘लेकिन मलेशिया के बयान (मलेशिया के प्रधानमंत्री का) से हमें भी आर्श्चय हुआ है और हम इसकी निंदा करते हैं.'' उन्होंने कहा, ‘‘मलेशिया के प्रधानमंत्री का बयान तथ्यों पर आधारित नहीं था.''

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गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने आरोप लगाया था कि भारत ने जम्मू कश्मीर पर हमला बोला और कब्जा किया. उन्होंने नई दिल्ली से पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने को कहा. तुर्की ने भी कश्मीर की स्थिति पर भारत की आलोचना की थी.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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