फाइल फोटो
नई दिल्ली:
नौसेना का रिमोट से चलने वाला व्हीकल (आरपीवी) कोच्चि से नौ मील दूर समुद्र में गिर गया। ये घटना बुधवार शाम साढ़े सात बजे की है। आरपीवी को सामान्य जुबान में यूएवी भी कहा जा सकता है।
इजरायल में बने इस ड्रोन का इस्तेमाल जासूसी और निगरानी के लिये होता है। ये चार घंटे उड़ान भरने में सक्षम है और करीब हजार किलोमीटर इलाके पर नजर रख सकता है। ये एक रुटीन मिशन पर था।
नौसेना ने हादसे की जांच के लिये बोर्ड ऑफ इंक्वायरी गठित कर दी है। फिलहाल विमान को निकालने की पूरी कोशिश जारी है। इसके लिये नौसेना और कोस्टगार्ड के युद्धपोत और निगरानी विमान डोर्नियर, एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर को उस इलाके में रवाना कर दिया गया है। उनके साथ समुद्र के अंदर जाकर खोज करने वाले गोताखोर विशेष तरह के उपकरण लेकर गए है।
इजरायल में बने इस ड्रोन का इस्तेमाल जासूसी और निगरानी के लिये होता है। ये चार घंटे उड़ान भरने में सक्षम है और करीब हजार किलोमीटर इलाके पर नजर रख सकता है। ये एक रुटीन मिशन पर था।
नौसेना ने हादसे की जांच के लिये बोर्ड ऑफ इंक्वायरी गठित कर दी है। फिलहाल विमान को निकालने की पूरी कोशिश जारी है। इसके लिये नौसेना और कोस्टगार्ड के युद्धपोत और निगरानी विमान डोर्नियर, एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर को उस इलाके में रवाना कर दिया गया है। उनके साथ समुद्र के अंदर जाकर खोज करने वाले गोताखोर विशेष तरह के उपकरण लेकर गए है।