देश में बीते चार सालों में वामपंथी उग्रवाद में ज़बरदस्त कमी आई है। राज्यसभा में यह दावा गृह राज्यमंत्री हरीभाई परथीभाई चौधरी ने किया। प्रश्नकाल में एक सवाल के जवाब में चौधरी ने बताया कि 2011 से लेकर 2014 के बीच वामपंथी हिंसा में कमी आई है।
चौधरी ने बताया कि साल 2011 में वामपंथी उग्रवाद की 1760 घटनाएं हुई। जो कि 2012 में 1145, 2013 में 1136 और 2014 में 1090 हो गईं। इसी तरह साल 2011 में नक्सल हिंसा में जहां 611 लोग मारे गए वहीं 2012 में 415 और 2013 में 397 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इसी तरह 2014 में 309 लोग वामपंथी हिंसा में मारे गए।
चौधरी ने बताया कि सुरक्षा तंत्र को मज़बूती प्रदान करने और विकास संबंधी क़दम उठाने के कारण वाम हिंसा में यह कमी आई है। उन्होंने कहा कि सरकार का मानना है कि समेकित रूप से क़दम उठाए जाएं तो वाम उग्रवाद से निपटना मुमकिन है। चौधरी के मुताबिक सरकार वाम उग्रवाद से प्रभावित इलाकों में सड़क और रेल नेटवर्क बिछाने के साथ-साथ स्वास्थ्य और शिक्षा पर ध्यान दे रही है।
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