New Delhi:
अंतरिक्ष संबंधी नीति-निर्माण के लिए देश की सर्वोच्च इकाई अंतरिक्ष आयोग ने इसरो की वाणिज्यिक शाखा एंट्रिक्स कॉरपोरेशन में शीर्ष स्तर पर पुनर्गठन की तैयारी शुरू कर दी। एंट्रिक्स कॉरपोरेशन निजी कंपनी देवास मल्टीमीडिया के साथ दोहरे उपग्रह समझौते को लेकर विवादों के घेरे में है। के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में हुई बैठक में आयोग को देवास के साथ एंट्रिक्स के करार को रद्द करने संबंधी कार्रवाइयों के बारे अवगत कराया गया। माना जा रहा है कि इस करार से सरकारी खजाने को संभवत: करीब दो लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। अंतरिक्ष आयोग ने एंट्रिक्स के लिए नए पूर्णकालिक अध्यक्ष की पहचान के लिए तीन सदस्यीय सर्च कमेटी गठित की है। एंट्रिक्स का नए अध्यक्ष इसरो के अध्यक्ष से अलग होंगे। अंतरिक्ष विभाग के सचिव ही अंतरिक्ष आयोग, इसरो और एंट्रिक्स कॉरपोरेशन के भी अध्यक्ष हैं। के राधाकृष्णन वर्तमान में चारों पदों पर काबिज हैं। बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राधाकृष्णन ने कहा कि एंट्रिक्स को हाल ही में मिले मिनी रत्न के दर्जे पर विचार करते हुए यह फैसला किया गया कि इसरो की वाणिज्यिक शाखा का नया अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक हो।
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