महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट : स्टडी

विश्वविद्यालय की प्रमुख लेखिका कारा एंडरसन ने पाया कि लोगों को मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज की तुलना में हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट के बाद बेहद कम भूख लगती है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
अध्ययन में पाया गया कि महिलाएं इस प्रतिक्रिया के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो सकती हैं.

क्या आप वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज कर रहे हैं? एक शोध में यह बात सामने आई है कि हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट महिलाओं के लिए ज्यादा फायदेमंद हो सकते हैं. जर्नल ऑफ द एंडोक्राइन सोसाइटी में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि मध्यम से ज्यादा व्यायाम जैसे रस्सी कूदना, तैराकी करना और साइकिल चलाना जैसी जोरदार शारीरिक एक्टिविटीज में शामिल होने से हेल्दी वयस्कों में भूख को कम किया जा सकता है.

यह भी पढ़ें: काजू बादाम से भी ज्यादा फायदेमंद है ये मेवा, क्या आपको पता है इसका नाम? रोज दूध में भिगोकर खाएं

महिलाओं के लिए क्या ज्यादा फायदेमंद?

छोटे लेवल पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि महिलाएं इस प्रतिक्रिया के प्रति ज्यादा संवेदनशील हो सकती हैं. अमेरिका में वर्जीनिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दिखाया कि यह प्रभाव घ्रेलिन नामक हार्मोन के कारण होता है, जो भूख बढ़ाता है. उन्होंने पाया कि मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज की तुलना में हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट के बाद भूख का लेवल काफी कम हो जाता है.

विश्वविद्यालय की प्रमुख लेखिका कारा एंडरसन ने पाया कि लोगों को मॉडरेट-इंटेंसिटी एक्सरसाइज की तुलना में हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट के बाद बेहद कम भूख लगती है.

कैसे किया गया ये अध्ययन?

लोगों में घ्रेलिन लेवल और भूख पर व्यायाम की तीव्रता और सेक्स के प्रभाव की जांच करने के लिए अध्ययन में आठ पुरुष और 6 महिलाएं शामिल थीं. प्रतिभागियों ने रात भर उपवास किया और फिर अलग-अलग तीव्रता के लेवल के व्यायाम पूरे किए. यह ब्लड लैक्टेट के माप और उसके बाद भूख के स्व-रिपोर्ट किए गए मापों द्वारा निर्धारित किया गया था.

परिणामों से पता चला कि महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कुल घ्रेलिन लेवल ज्यादा था. हालांकि, केवल महिलाओं में हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट के बाद "काफी कम एसाइलेटेड घ्रेलिन देखने को मिला. निष्कर्ष में यह बात सामने आई कि एजी और डीएसाइलेटेड घ्रेलिन (डीएजी) हार्मोन घ्रेलिन के दो रूप हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें: बुढ़ापे के लक्षण हो जाएंगे छु मंतर, रोज सुबह लगातार 1 महीने तक खाएं ये चीज

शोध से क्या पता चला?

शोध से पता चला कि भूख के अलावा घ्रेलिन ऊर्जा संतुलन, भूख, ग्लूकोज होमियोस्टेसिस, इम्यून फंक्शन, नींद और स्मृति पर भी प्रभाव डालता है. एंडरसन ने बताया कि व्यायाम की तुलना एक दवा से की जा सकती है जिसकी ‘खुराक' व्यक्ति के व्यक्तिगत टारगेट के आधार पर तय की जानी चाहिए.

जबकि अध्ययन से पता चलता है कि हाई-इंटेंसिटी फिजिकल वर्कआउट भूख को दबाने और वजन घटाने में सहायता कर सकता है. इस शोध के परिणामों की पुष्टि करने के लिए और ज्यादा ज्यादा शोध की जरूरत है.

Advertisement

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Featured Video Of The Day
Maharashtra New CM Update: CM से विधानसभा स्पीकर तक Mahayuti में किस बात पर चल रही है खींचतान?