विज्ञापन
This Article is From Mar 28, 2016

अब डिलिवरी टाइम का सही पता लगाने के लिए कराएं एमआरआई

अब डिलिवरी टाइम का सही पता लगाने के लिए कराएं एमआरआई
लंदन: मां बनने जा रही महिलाओं को समय से पहले डिलिवरी के बारे में जानकारी के लिए गर्भाशय क्षेत्र का एमआरआई करवाना चाहिए, क्योंकि इससे अल्ट्रासाउंड की तुलना में ज़्यादा सही परिणाम मिलते हैं। शोधकर्ताओं ने यह जानकारी दी। गर्भाशय ग्रीवा (यूटरिन सर्विक्स) का टाइम से पहले फैल जाने के कारण समय से पहले डिलवरी होने का खतरा हो सकता है। गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के दौरान अल्ट्रासाउंड में अगर गर्भाशय ग्रीवा का फैलाव 15 मिलीमीटर या उससे कम दिखता है तो उसे समयपूर्व प्रसव के उच्च खतरे की श्रेणी में रखा जाता है।

हालांकि समयपूर्व प्रसव का पहले अनुमान लगाने में अल्ट्रासाउंड की सीमाएं हैं, क्योंकि यह गर्भाशय के टीशूज़ में प्रसव से ठीक पहले के समय में बदलाव की महत्वपूर्ण जानकारी नहीं दे पाता।

शोधप्रमुख स्पींजा विश्वविद्यालय की गेब्रेले मासेली ने बताया, "गर्भावस्था में समयपूर्व प्रसव को समझने के लिए गर्भाशय में बदलाव को ठीक से समझना जरूरी है। इसे दो चरणों में बांटा जा सकता है। एक गर्भाशय का लचीला होना तथा दूसरा उसका फैलना। इसलिए इन दोनों चीजों की सटीक जानकारी से ही समयपूर्व प्रसव का सटीक अनुमान लगाया जा सकता है।"

शोधकर्ताओं के मुताबिक, एमआरआई से इसकी बेहतर जानकारी मिलती है।


(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
MRI, MRI For Delivery, Pregnant, Pregnant Lady, एमआरआई, डिलीवरी के लिए एमआरआई, प्रेग्नेंट
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com