सिडनी: कैंसर के खिलाफ लड़ाई में शोधकर्ताओं को एक और सफलता प्राप्त हुई है। ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने एक ऐसी प्रक्रिया की खोज कर ली है, जिसके तहत एक प्रोटीन शरीर की इम्यूनिटी सेल्स को मज़बूती प्रदान करने का काम कर सकता है। इस प्रोटीन का नाम ‘आईडी2’ है। ये प्रोटीन एक स्विच की तरह काम करता है। ये वायरस से लड़ने और कमज़ोर क्षमता वाले मरीजों की मदद करने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
ये नैचरल किलर सेल्स को खून में मौजूद ग्रोथ फैक्टर ‘इंटरल्यूकीन-15 (आईएल-15)’ को प्रतिक्रियात्मक रखने में मदद करता है। इसकी मदद से नैचरल किलर सेलस सक्रिय व जिंदा रहते हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि “ग्रोथ फैक्टर आईएल-15 का इस्तेमाल कर सेल्स में इम्यूनिटी की कमी से नैचरल किलर सेल्स सक्रिय व जिंदा रखे जा सकते हैं”।
ऑस्ट्रेलिया के वाल्टर व एलिजा हॉल इंस्टीट्यूट के मुख्य शोधकर्ता निक हॉटिंगटन ने कहा कि “हम आज के समय में तब भी नैचरल किलर सेल्स को सक्रिय रख सकते हैं, जब उसका स्विच मौजूद न हो। लेकिन ऐसा करने के लिए हमें अधिक से अधिक ग्रोथ फैक्टर की आपूर्ति करनी होगी”।
यह अध्ययन ‘इम्युनिटी’ नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)