
आपने अनेक घर, ऑफिस या दुकान में देखा होगा कि रिसेप्शन, केबिन, सीढ़ियों और अन्य स्थानों पर हरे पौधे और फूलों के गमले रखे होते हैं. ये अकारण नहीं होते हैं. ये न केवल वैज्ञानिक बल्कि वास्तु कारणों से सजावट की तरह की लगाये जाते है. मान्यता है कि घर में यदि आप हरे पौधों को रखते हैं, तो यह घर के वास्तु दोषों को दूर करने में सहायक होते हैं. इनमें सबसे ज्यादा तुलसी के पौधे को महत्व दिया जाता है, जो घर के पर्यावरण को स्वस्थ रखती है. वैज्ञानिक दृष्टि से प्रदूषण और रोग निवारण में तुलसी का पौधा औषधि है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, तरह पृथ्वी के नीचे कहीं-कहीं निगेटिव स्ट्रीम होती है. यदि यह स्ट्रीम दुकान या फैक्ट्री पर हो तो मानव गंभीर रोगों से प्रभावित हो सकता है. यह गंभीर रोग जैसे ह्दय रोग, मधुमेह, लकवा और कैंसर हो सकते हैं. वास्तुशास्त्री इन निगेटिव स्ट्रीम से बचने लिए प्लॉट पर पौधा और वृक्ष लगाने की सलाह देते हैं, जिससे यह स्ट्रीम निष्क्रिय हो जाती है.
यदि बात संकेत विज्ञान की जाए तो हरे पौधे और फूल विकास और ख़ुशी का प्रतीक माने जाते हैं. मान्यता है कि इसे घर के अंदर रखने से सकारात्मक ऊर्जा को में वृद्धि होती है.
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वास्तु शास्त्र के अनुसार, तरह पृथ्वी के नीचे कहीं-कहीं निगेटिव स्ट्रीम होती है. यदि यह स्ट्रीम दुकान या फैक्ट्री पर हो तो मानव गंभीर रोगों से प्रभावित हो सकता है. यह गंभीर रोग जैसे ह्दय रोग, मधुमेह, लकवा और कैंसर हो सकते हैं. वास्तुशास्त्री इन निगेटिव स्ट्रीम से बचने लिए प्लॉट पर पौधा और वृक्ष लगाने की सलाह देते हैं, जिससे यह स्ट्रीम निष्क्रिय हो जाती है.
यदि बात संकेत विज्ञान की जाए तो हरे पौधे और फूल विकास और ख़ुशी का प्रतीक माने जाते हैं. मान्यता है कि इसे घर के अंदर रखने से सकारात्मक ऊर्जा को में वृद्धि होती है.
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