विज्ञापन
This Article is From Oct 17, 2014

भाजपा पर शिवसेना हुई नरम, कहा कोई कटुता नहीं रहनी चाहिए

भाजपा पर शिवसेना हुई नरम, कहा कोई कटुता नहीं रहनी चाहिए
फाइल फोटो
मुंबई:

महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में भाजपा के उभरने की संभावना ज्यादातर एग्जिट पोल में जताए जाने के बीच शिवसेना ने आज अपने पूर्व भगवा सहयोगी दल के साथ संभावित सुलह का संकेत देते हुए कहा कि अब और कटुता नहीं रहनी चाहिए।

शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' में एक संपादकीय में कहा, 'अब और बहस या कटुता की कोई जरूरत नहीं है। दिल टूट गए हैं। हालांकि टूटे हुए दिल को जोड़ना मुश्किल है पर महाराष्ट्र को स्थिरता और शांति की जरूरत है। यह बेहतर होगा कि मतगणना के दिन का इंतजार करें।'

गौरतलब है कि लगभग सभी एग्जिट पोल में यह अनुमान लगाया गया है कि 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी जिसके बाद शिवसेना का नंबर होगा, जबकि टूडेज चाणक्य ने भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान लगाया है।

चुनाव के ठीक पहले नाता टूटने के बाद भाजपा नेता मुख्य रूप से शिवसेना पर हमला करने से बचते रहे थे, जबकि पार्टी (शिवसेना) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पूर्व सहयोगी दल को गठबंधन टूटने के लिए जिम्मेदार ठहराया था।

इस संपादकीय में एग्जिट पोल के नतीजों की भी आलोचना की गई है। इसमें कहा गया है, 'विचार जानने के लिए कुछ हजार लोगों से बात करना और एग्जिट पोल देना निर्वाचक मंडल के फैसले का अनादर है। लेकिन मीडिया अपनी आजीविका के लिए अपना काम कर रही है।' संपादकीय में कहा गया है, 'हमारा अपने लोगों में विश्वास है। भगवा झंडा का परचम 19 अक्तूबर को लहराएगा।'

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
महाराष्ट्र, महाराष्ट्र विधानसभ चुनाव 2014, विधानसभा चुनाव 2014, शिवसेना, सामना, शिवसेना का मुखपत्र सामना, बीजेपी, शिवसेना बीजेपी गठबंधन, Maharashtra, Maharashtra Assembly Election 2014, Assembly Election 2014, Shivsena, BJP, Saamna