महाराष्ट्र में शानदार जीत के बाद भले ही बीजेपी ने दिवाली तक सरकार बनाने की प्रक्रिया को विराम दे दिया हो, पर अंदर ही अंदर कई तरह की रणनीतियों पर चर्चा जारी रही है। एक ओर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, सुधीर मुनगंटीवार का नाम आगे बढ़ा रहे हैं, वहीं गडकरी समर्थक और खुद मुनगंटीवार चाहते हैं कि गडकरी महाराष्ट्र की राजनीति में लौटें और सीएम की कुर्सी संभालें।
मंगलवार को नागपुर में गडकरी से मिलने विदर्भ के विधायकों का एक दल पहुंचा और उनके सीएम बनाए जाने की मांग को लेकर नारे लगाए, जिसके बाद अटकलबाज़ी और तेज हो गई। अब तक खुद को रेस से बाहर बता रहे गडकरी ने अपना सुर बदल दिया है और उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व जो भी तय करेगा, उसे सब मानेंगे।
गडकरी ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से कहा कि जिन विधायकों ने मुलाकात की है, मेरे प्रति उनका सम्मान है और वे मुझसे मुख्यमंत्री बनने का आग्रह कर रहे हैं। गडकरी ने कहा, बहरहाल, मैंने राज्य की राजनीति में नहीं लौटने के अपने रुख को पहले ही स्पष्ट कर दिया है। यह पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को फैसला करना है और मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे मैं स्वीकार करूंगा।
इससे पहले महाराष्ट्र बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सुधीर मुनगंटीवार ने गडकरी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाने की जोरदार पैरवी की। मुनगंटीवार ने कहा, प्रदेश बीजेपी नेता महसूस करते हैं कि नितिन गडकरी जी को प्रदेश की राजनीति में आना चाहिए और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद संभालना चाहिए। उनके पास काफी प्रशासनिक अनुभव है, जो उन्हें आदर्श उम्मीदवार बनाता है।
जब यह कहा गया कि गडकरी ने अपना मंत्री पद छोड़ने और प्रदेश की राजनीति में आने से मना कर दिया है, तो मुनगंटीवार ने कहा, हम आश्चर्यचकित हैं कि गडकरी ने कहा है कि वह राज्य में नहीं आना चाहते है। महाराष्ट्र में यहां पार्टी के सभी लोग चाहते हैं कि गडकरी मुख्यमंत्री बनें। बीजेपी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288-सदस्यीय विधानसभा में 123 सीटें हासिल की हैं। वह अपने दम पर सरकार बनाने के लिए 145 के जादुई आंकड़े को पाने में विफल रही है।
(इनपुट भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं