
बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक पार्टी ने साफ कर दिया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ही बनेंगे, कोई और नहीं। हालांकि बीच में अचानक नितिन गडकरी की दावेदारी सामने आ गई, लेकिन गडकरी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए उनके समर्थकों की मुहिम से आलाकमान खुश नहीं है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को नागपुर में गडकरी से मिलने विदर्भ के विधायकों का एक दल पहुंचा और उनके सीएम बनाए जाने की मांग को लेकर नारे लगाए, जिसके बाद अटकलबाज़ी और तेज हो गई। अब तक खुद को रेस से बाहर बता रहे गडकरी ने अपना सुर बदल दिया और कहा कि पार्टी नेतृत्व जो भी तय करेगा, उसे सब मानेंगे।
गडकरी ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से कहा था, जिन विधायकों ने मुलाकात की, मेरे प्रति उनका सम्मान है और वे मुझसे मुख्यमंत्री बनने का आग्रह कर रहे हैं। गडकरी ने कहा था, बहरहाल, मैंने राज्य की राजनीति में नहीं लौटने के अपने रुख को पहले ही स्पष्ट कर दिया है। यह पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को फैसला करना है और मुझे जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसे मैं स्वीकार करूंगा।
इस बीच, बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वह अपनी तरफ से शिवसेना से बात नहीं करेगी। बीजेपी कल शिवसेना नेताओं से मुलाकात की बात को भी गलत बता रही है। सूत्रों के मुताबिक शिवसेना, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का दखल चाहती है और वह उद्धव ठाकरे और नरेंद्र मोदी की आपस में मुलाकात के पक्ष में है। लेकिन बीजेपी अपना हाथ और कद दोनों ऊपर रखना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अल्पमत सरकार बनाने के पक्ष में है और पार्टी ने इस बीच कई निर्दलीय और छोटे दलों का समर्थन भी हासिल कर लिया है।
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