
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी−शिवसेना में चल रही खींचतान के बीच सोमवार देर रात शिवसेना के नेता सुभाष देसाई और अनिल देसाई ने दिल्ली में बीजेपी नेता धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। इस दौरान समर्थन देने की स्थिति में 31 अक्टूबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शिवसेना के कोटे के मंत्रियों को भी शामिल करने का आग्रह किया गया था।
पार्टी ने उप मुख्यमंत्री पद और विधानसभा अध्यक्ष के पद पर भी अपनी दावेदारी पेश की, लेकिन धर्मेंद्र प्रधान की ओर से साफ कर दिया गया कि बीजेपी बिना शर्त समर्थन के अलावा और किसी बात को नहीं मानेगी। बीजेपी के कड़े रुख के बाद शिवसेना नेता वापस मुंबई लौट गए। अब माना जा रहा है कि आज दोपहर तक शिवसेना अपने पत्ते खोल सकती है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं। बहुमत का आंकड़ा 144 है और एनसीपी के पास 41 विधायक हैं। उसके वॉकआउट करने की हालत में बीजेपी को 124 विधायक जुगाड़ने होंगे। साथी दलों के साथ बीजेपी के पास 123 विधायक हैं, 15 निर्दलीय और छोटे दलों को मिलाने से आंकड़ा 137 तक पहुंच जाता है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कवायद के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सोमवार को नरम रुख अपनाते हुए अपने मुखपत्र 'सामना' लिखा था कि महाराष्ट्र में बीजेपी का मुख्यमंत्री होगा और बीजेपी के सीएम को राज्यहित में काम करना होगा, शिवसेना उसे भरसक समर्थन देगी। विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष को श्रेय दिया था।
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