Major Mohit Sharma: रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना और संजय दत्त स्टारर फिल्म धुरंधर की खूब चर्चा हो रही है. धुरंधर ने कमाई के मामले में कई बड़ी फिल्मों को पछाड़ दिया है और तेजी से 200 करोड़ की तरफ बढ़ रही है. इस फिल्म की रिलीज से पहले ही खूब चर्चा हुई थी, पहले बताया गया कि फिल्म भारतीय सेना के मेजर मोहित शर्मा की लाइफ पर बेस्ड है, जिसे बाद में फिल्म मेकर्स ने खारिज कर दिया. फिल्म में रणवीर सिंह का लुक मेजर मोहित शर्मा से मिलता जुलता है, ऐसे में लोग अब भी हमजा अली के इस कैरेक्टर को उन्हीं से जोड़कर देख रहे हैं. कुछ लोगों का ये भी दावा है कि मोहित शर्मा ने भी अंडरकवर जाकर पाकिस्तान में आतंकियों को ठिकाने लगाया था. ऐसे में आज हम आपको मोहित शर्मा की आतंकियों वाली वो कहानी बता रहे हैं, जिसमें उन्होंने बहादुरी दिखाते हुए उन्हें मौत के घाट उतारा था.
कौन थे मोहित शर्मा?
मेजर मोहित शर्मा का जन्म हरियाणा के रोहतक में हुआ था, उनके पिता बैंक में नौकरी करते थे और मां जल विभाग में थीं. मोहित बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज थे और डीपीएस गाजियाबाद से उन्होंने पढ़ाई की. यही वजह है कि उनका परिवार उन्हें इंजीनियरिंग करवाना चाहता था. हालांकि मोहित शर्मा के मन में देशभक्ति की भावना थी और वो चुपचाप एनडीए की तैयारी करने लगे. बिना किसी को बताए उन्होंने परीक्षा दी और उनका सेलेक्शन हो गया. ट्रेनिंग के बाद मोहित शर्मा लेफ्टिनेंट बने और फिर बाद में पैरा कमांडो बने.
आतंकियों के साथ बिताए कई दिन
पैरा कमांडो में मोहित की बहादुरी की चर्चा खूब हुई, उन्होंने 2004 में एक मिशन की जिम्मेदारी ली. दरअसल कश्मीर में हिजबुल कमांडर अबू तोरारा और अबू सबजार का आतंक लगातार फैल रहा था, दोनों कश्मीर में काफी लोगों को अपनी फौज में भर्ती कर चुके थे. इन्हें ठिकाने लगाने के लिए इनके कैंप का पता लगाने में सेना को काफी दिक्कत आ रही थी, ऐसे में एक खास तरह का ऑपरेशन शुरू किया गया. इस ऑपरेशन में एक अंडरकवर कमांडो को आतंकियों के बीच भेजने का प्लान बना, मोहित शर्मा ने इस काम के लिए अपना नाम दिया और फिर इफ्तिकार भट का जन्म हुआ.
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आतंकियों से की मुलाकात
मोहित शर्मा ने खुद को इफ्तिकार भट के तौर पर तैयार किया, उनकी दाढ़ी और बाल बढ़ चुके थे और वो एक कश्मीरी युवक की तरह दिखने लगे. इसके बाद इफ्तिकार भट की एक कहानी बनाई गई, जिसमें बताया गया कि उसके भाई को सेना की कार्रवाई में मार दिया गया. इफ्तिकार अब इसी का बदला लेना चाहता है, ये बात हिजबुल के कमांडर्स तक पहुंच गई. कई कोशिशों के बाद इफ्तिकार बने मोहित शर्मा की मुलाकात हिजबुल कमांडर अबू तोरारा और अबू सबजार से हुई. इफ्तिकार ने उन्हें बताया कि उसके अंदर बदला लेने की आग सुलग रही है और वो इसके लिए कुछ भी कर सकता है.
आतंकियों को ऐसे लगाया ठिकाने
इफ्तिकार यानी मोहित शर्मा की इस कहानी पर हिजबुल आतंकियों को यकीन हो गया और वो उसे अपने साथ कैंप में ले गए. भरोसा जीतने के लिए इफ्तिकार ने आतंकियों को कुछ खुफिया जानकारी दी, जो काफी सटीक थी. इसके बाद इफ्तिकार की ट्रेनिंग शुरू हुई और दो हफ्ते तक वो इन आतंकियों के साथ रहा, उन्हीं के साथ सोया और खाया. खूंखार आतंकियों के साथ रहते हुए इफ्तिकार ने कई अहम जानकारी जुटाई और एक दिन जब एक आतंकी को उस पर शक हुआ तो उसने एक ही झटके में हिजबुल के दोनों कमांडरों को ठिकाने लगा दिया. इस तरह मेजर मोहित शर्मा ने कश्मीर में काम कर रहे दो सबसे खतरनाक आतंकियों को उनके ही कैंप में जाकर ढेर कर दिया.
धुरंधर की कहानी कैसे अलग?
धुरंधर फिल्म में रणवीर सिंह पाकिस्तान जाते हैं और वहां गैंगस्टर्स के खिलाफ अंडर कवर एजेंट की तरह काम करते हैं. जबकि मेजर मोहित शर्मा ने कश्मीर के शोपियां के जंगलों में ही अंडर कवर लेकर आतंकियों को ठिकाने लगाया था और वो कभी पाकिस्तान नहीं गए. 2009 में एक ऑपरेशन के दौरान अपने साथियों को बचाते हुए मेजर मोहित शर्मा शहीद हो गए. मेजर मोहित शर्मा को अशोक चक्र और सेना मेडल से सम्मानित किया गया.
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