
General knowledge for Sarkari jobs : अगर आप भी किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो फिर आपका सामान्य ज्ञान मजबूत होना जरूरी है. क्योंकि हर तरह के कॉम्पिटिटिव एग्जाम में जनरल नॉलेज के सवाल प्रमुखता से पूछे जाते हैं. यूं कहें सरकारी नौकरी पाने का पहला पड़ाव जनरल नॉलेज ही है, बिना इसके कोई भी प्रतियोगी परीक्षा का पास करना नमुमकिन है. वहीं, अगर आप यूपीएससी (UPSC) की तैयारी कर रहे हैं तो फिर आपकी सामान्य ज्ञान विषय पर पकड़ बहुत जरूरी है. क्योंकि यह देश की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है. इसमें लिखित परीक्षा से लेकर इंटरव्यू राउंड तक में जनरल नॉलेज से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं. इस परीक्षा में देश की अहम सेवाओं से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसमें न्याय विभाग मुख्य है.
ऐसे में आज हम आपको लॉयर और एडवोकेट में अंतर क्या होता है, इसके बारे में बताने वाले हैं. इसको लेकर ज्यादातर लोग कंफ्यूज रहते हैं...
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Lawyer कौन होता है - Who is a Lawyer
लॉयर और एडवोकेट दोनों ने ही एलएलबी (LLB) यानी कानून की पढ़ाई की हुई होती है. लेकिन लॉयर अदालत में दलील या फिर केस नहीं लड़ सकता है. ये सिर्फ किसी को लीगल एडवाइज दे सकते हैं.

Advocate कौन होता है - who is an advocate
वहीं, एडवोकेट वो होता है, जो कोर्ट में केस लड़ता है या फिर दलील देता है. अधिवक्ता (advocate) बनने के लिए लॉयर को बार काउंसिल में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है और बार के एग्जाम पास करने होते हैं, तब जाकर वो एडवोकेट बन सकता है. एडवोकेट प्रोफेशनल होते हैं.

जरूरी बात
बता दें कि हर लॉयर एडवोकेट हो जरूरी नहीं है, लेकिन हर अधिवक्ता वकील होता है.
Lawyer की हिंदी क्या होती है - what is the hindi word for lawyer
लॉयर को हिन्दी में वकील कहते हैं.
Advocate की हिंदी क्या होती है - What is the Hindi word for Advocate
एडवोकेट को हिंदी में अधिवक्ता कहते हैं.
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