BLO Job Details: बिहार के बाद अब देशभर में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) का प्रोसेस शुरू हो चुका है, जिसके लिए चुनाव आयोग ने हर बूथ के BLO यानी बूथ लेवल ऑफिसर को बड़ी जिम्मेदारी दी है. यही बीएलओ तमाम फॉर्म लेंगे और उनका सत्यापन कर ये बताएंगे कि शख्स उस क्षेत्र या बूथ का वोटर है या नहीं. यही BLO इन दिनों खूब चर्चा में हैं, कहीं खुदकुशी को लेकर तो कहीं काम का दबाव होने के चलते नौकरी छोड़ने पर इनकी चर्चा हो रही है. इन तमाम खबरों को SIR से जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि BLO का काम कितना चैलेंजिंग होता है और इस काम के लिए उसे कितनी सैलरी मिलती है.
क्या होता है BLO?
बीएलओ ने कभी न कभी आपके घर की घंटी भी जरूर बजाई होगी, ये वही शख्स होता है जो आपका वोटर आईडी कार्ड बनाने का काम करता है. ये सबसे निचले स्तर का चुनाव अधिकारी होता है. हर BLO के पास एक बूथ की जिम्मेदारी होती है, यानी उस बूथ पर जितने भी लोग वोट डालने आएंगे, उनके सत्यापन से लेकर उनके वोटर आईडी कार्ड की जिम्मेदारी इसी बीएलओ के पास होती है. आमतौर पर प्राइमरी स्कूलों के टीचर या फिर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ही BLO की जिम्मेदारी निभाते हैं.
क्या करता है BLO?
- BLO हर घर में जाकर ये सुनिश्चित करता है कि वहां मौजूद कोई ऐसा तो नहीं है, जिसके पास वोटर कार्ड नहीं है.
- BLO की ही ये जिम्मेदारी होती है कि जो लोग पलायन कर चुके हैं या जिनकी मृत्यु हो चुकी है, उनके नाम वोटर लिस्ट से हटाए जाएं.
- फर्जी वोटों को रोकना या फिर इनकी शिकायत करना भी BLO की जिम्मेदारी होती है.
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क्यों बढ़ रहा है तनाव?
अब सवाल है कि BLO की नौकरी में इतना तनाव क्यों बढ़ रहा है. जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि बीएलओ पहले से अपनी नौकरी कर रहा होता है, इसी नौकरी के साथ उसे बीएलओ का काम करना पड़ता है. यही वजह है कि कई बार ये काम काफी ज्यादा हैक्टिक हो जाता है और कर्मचारियों पर काम का बोझ दोगुना हो जाता है. SIR में इन्हीं बीएलओ को लोगों के फॉर्म की जांच करनी पड़ रही है और उनका पूरा सत्यापन कर रहे हैं. ऐसे में उनका काम काफी बढ़ गया है, जिससे कई कर्मचारी तनाव महसूस करते हैं.
कितनी मिलती है सैलरी?
अब सवाल है कि चुनाव के इस काम के लिए कर्मचारियों को BLO बनने पर कितनी सैलरी दी जाती है. कर्मचारियों को इसके लिए वार्षिक मानदेय के तौर पर 12 हजार रुपये दिए जाते हैं. ये पहले 6 हजार था, जिसे अब दोगुना कर दिया गया है. वहीं एक्स्ट्रा काम जैसे कि SIR के लिए उन्हें अलग से प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है, जो दो से 6 हजार तक हो सकती है.
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