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भइया सांस फूल रही है कुछ करो... राशन लेने विशाल मेगा मार्ट गया था धीरेंद्र, फिर नहीं लौटा

मृतक धीरेंद्र के भाई वीरेंद्र ने एनडीटीवी को बताया कि हम सोनभद्र के रहने वाले हैं. धीरेंद्र पिछले 4 सालों से दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था. वह राशन लेने के लिए विशाल मेगा मार्ट गया था और आग लगने की घटना के बाद लिफ्ट में फंस गया था. 

विशाल मेगा मार्ट में लगी आग से दो लोगों की मौत हो गई.

नई दिल्‍ली :

दिल्‍ली के करोलबाग इलाके में शुक्रवार की शाम को विशाल मेगामार्ट में आग लग गई और इस दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में करीब 25 साल के धीरेंद्र की भी जान चली गई. दिल्‍ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा धीरेंद्र राशन लेने के लिए विशाल मेगा मार्ट गया था, लेकिन फिर वापस नहीं लौटा. धीरेंद्र की मौत से उसके परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं. एनडीटीवी से बातचीत के दौरान धीरेंद्र के भाई ने आग लगने के दौरान उसके लिफ्ट में फंसने और उसकी मौत को लेकर कई सवाल उठाए हैं. मौत से पहले धीरेंद्र ने अपने भाई को मैसेज किए थे और बचा लेने की गुहार भी लगाई थी. 

मृतक धीरेंद्र के भाई वीरेंद्र ने एनडीटीवी को बताया कि हम उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के रहने वाले हैं. मेरा भाई धीरेंद्र पिछले 4 सालों से दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा था. वह राशन लेने के लिए विशाल मेगा मार्ट गया था और आग लगने की घटना के बाद लिफ्ट में फंस गया था. 

सांस फूल रही, कुछ करो... धीरेंद्र ने किया था मैसेज

वीरेंद्र ने बताया कि उसने मुझे फोन किया, लेकिन अंदर नेटवर्क नहीं था, उसने यह भी कहा कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है. मैंने अधिकारियों को फोन करने की कोशिश की क्योंकि मैं सोनभद्र में था. हमें दिल्ली पहुंचने में कई घंटे लग गए. मेरे भाई ने मुझे शाम 6:44 पर फोन किया, उसका शव देर रात करीब 2:00 बजे बरामद किया गया. दम घुटने से उसकी मौत हो गई. हम आरएमएल अस्पताल से उसका शव वापस लेने आए हैं.

पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार शाम छह बजकर 51 मिनट पर धीरेंद्र ने लिफ्ट के अंदर से अपने बड़े भाई को लगातार संदेश भेजे. पहला संदेश था, ‘भइया', इसके बाद, ‘मैं लिफ्ट में हूं.... करोल बाग मेगा मार्ट.'' इसी समय भेजा गया उसका अंतिम संदेश था, ‘‘अब सांस फूल रही. कुछ करो.'' इसके बाद कोई संदेश नहीं आया. 

भाई वीरेंद्र ने उठाए कई सवाल 

वीरेंद्र ने अपने भाई की मौत के बाद इसे विशाल मेगा मार्ट प्रबंधन की बड़ी चूक करार दिया है. साथ ही उन्‍होंने इस घटना को लेकर कई सवाल उठाते हुए कहा- 

  • जब लिफ्ट ऑपरेटर नहीं था तो लिफ्ट चालू क्यों थी? 
  • जब आग लगी तो लिफ्ट के अंदर जांच क्यों नहीं की गई? 
  • सीढ़ियों को क्यों बंद किया गया?
  • जब उन्होंने देखा कि आग फैल रही है तो ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए क्या किया गया? 

इसके साथ ही वीरेंद्र ने कहा कि हमें उसका फोन या अन्‍य सामान नहीं मिला है. 

दमकल की 15 गाड़ियों ने बुझाई आग

गौरतलब है कि करोलबाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार की शाम को आग लग गई. हादसे की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची. दमकल की 15 गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया. हालांकि इस आग में धीरेंद्र सहित दो लोगों की मौत हो गई. दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया कि आग स्टोर की दूसरे मंजिल से शुरू हुई थी. 

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