मुंबई:
मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में रविवार को होने वाले महिला विश्व कप के फाइनल में पांच बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया का सामना वेस्टइंडीज से होगा।
सन 1973 में शुरू हुए महिला विश्व कप का यह दसवां संस्करण है और भारत इसकी तीसरी बार मेजबानी कर रहा है।
टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची दोनों टीमों ने ही विषम परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल का रास्ता तय किया है।
टूर्नामेंट के इतिहास में अब तक की सबसे सफलतम टीम ऑस्ट्रेलिया ने जहां एक ओर टूर्नामेंट में अपने अंतिम सुपर लीग मुकाबले में हार के अलावा सभी मैचों में जीते हैं, वहीं, वेस्टीइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।
इससे पहले, कैरेबियाई महिला खिलाड़ियों ने सुपर-6 मैचों के सभी तीन प्रमुख मुकाबले जीतने से पहले सुपर-6 में अपनी जगह बनाने के लिए केवल ग्रुप स्तर पर एक ही मुकाबला जीता था।
वेस्टइंडीज ने अपने अंतिम लीग मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर जीत दर्ज कर पिछली चैंपियन इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया था।
ऑस्ट्रेलिया के फाइनल तक के सफर के दौरान सभी खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन का मुजाहिरा किया। ऑस्ट्रेलियाई पेसर मैगन ने खासकर काबिलेतारीफ प्रदर्शन किया है। उन्होंने और अन्या श्रुबसोल ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 13 विकेट झटके हैं।
ऑस्ट्रेलिया की दिग्गज स्पिनर लिसा स्थालेकर और उनकी साथी इरीन ऑसबोर्न ने पारी के मध्यम ओवरों में सधी और कसी हुई गेंदबाजी की है। लेकिन वहीं ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी पूरे टूर्नामेंट के दौरान अपेक्षा के अनुकूल नहीं रही। बाकी खिलाड़ियों को छोड़कर रीचेल हेयन्स ने छह मैचों में दो अर्द्धशतकों के साथ सबसे ज्यादा 221 रन बनाए हैं।
वहीं, पहली बार विश्व कप फाइनल में जगह बनाने वाली वेस्टीइंडीज की टीम पर ग्रुप स्तर मुकाबलों में इंग्लैंड से हारने के बाद टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा गया था। लेकिन वेस्टीइंडीज ने बाद के मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई।
वेस्टीइंडीज की कप्तान मरिसा एंग्यूलिरा ने कहा कि यह टूर्नामेंट उनके लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा।
हेयरड्रेसर से क्रिकेट खिलाड़ी बनी इस कैरेबियाई खिलाड़ी ने कहा, "पूरे टूर्नामेंट के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले, लेकिन सही मायने में यही हमारी खेल भावना को दर्शाता है।"
पुरुष ट्वेंटी-20 विश्व कप में वेस्टइंडीज को मिली जीत से महिला खिलाड़ियों को काफी प्ररेणा मिली है।
वेस्टीइंडीज की तरफ से पूरे टूर्नामेंट के दौरान स्टेफनी टेलर और डीएड्रा डोटिन ने शानदार प्रदर्शन किया है। टेलर ने टूर्नामेंट में हरफनमौला प्रदर्शन करते हुए 309 रन और छह विकेट लेकर यह बता दिया कि मौजूदा समय में उन्हें यूं ही नहीं साल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया है। वहीं, मध्यम तेज गेंदबाज डोटिन भी 204 रन और नौ विकेट झटके हैं।
सन 1973 में शुरू हुए महिला विश्व कप का यह दसवां संस्करण है और भारत इसकी तीसरी बार मेजबानी कर रहा है।
टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची दोनों टीमों ने ही विषम परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल का रास्ता तय किया है।
टूर्नामेंट के इतिहास में अब तक की सबसे सफलतम टीम ऑस्ट्रेलिया ने जहां एक ओर टूर्नामेंट में अपने अंतिम सुपर लीग मुकाबले में हार के अलावा सभी मैचों में जीते हैं, वहीं, वेस्टीइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।
इससे पहले, कैरेबियाई महिला खिलाड़ियों ने सुपर-6 मैचों के सभी तीन प्रमुख मुकाबले जीतने से पहले सुपर-6 में अपनी जगह बनाने के लिए केवल ग्रुप स्तर पर एक ही मुकाबला जीता था।
वेस्टइंडीज ने अपने अंतिम लीग मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर जीत दर्ज कर पिछली चैंपियन इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखाया था।
ऑस्ट्रेलिया के फाइनल तक के सफर के दौरान सभी खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन का मुजाहिरा किया। ऑस्ट्रेलियाई पेसर मैगन ने खासकर काबिलेतारीफ प्रदर्शन किया है। उन्होंने और अन्या श्रुबसोल ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 13 विकेट झटके हैं।
ऑस्ट्रेलिया की दिग्गज स्पिनर लिसा स्थालेकर और उनकी साथी इरीन ऑसबोर्न ने पारी के मध्यम ओवरों में सधी और कसी हुई गेंदबाजी की है। लेकिन वहीं ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी पूरे टूर्नामेंट के दौरान अपेक्षा के अनुकूल नहीं रही। बाकी खिलाड़ियों को छोड़कर रीचेल हेयन्स ने छह मैचों में दो अर्द्धशतकों के साथ सबसे ज्यादा 221 रन बनाए हैं।
वहीं, पहली बार विश्व कप फाइनल में जगह बनाने वाली वेस्टीइंडीज की टीम पर ग्रुप स्तर मुकाबलों में इंग्लैंड से हारने के बाद टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा गया था। लेकिन वेस्टीइंडीज ने बाद के मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई।
वेस्टीइंडीज की कप्तान मरिसा एंग्यूलिरा ने कहा कि यह टूर्नामेंट उनके लिए काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा।
हेयरड्रेसर से क्रिकेट खिलाड़ी बनी इस कैरेबियाई खिलाड़ी ने कहा, "पूरे टूर्नामेंट के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले, लेकिन सही मायने में यही हमारी खेल भावना को दर्शाता है।"
पुरुष ट्वेंटी-20 विश्व कप में वेस्टइंडीज को मिली जीत से महिला खिलाड़ियों को काफी प्ररेणा मिली है।
वेस्टीइंडीज की तरफ से पूरे टूर्नामेंट के दौरान स्टेफनी टेलर और डीएड्रा डोटिन ने शानदार प्रदर्शन किया है। टेलर ने टूर्नामेंट में हरफनमौला प्रदर्शन करते हुए 309 रन और छह विकेट लेकर यह बता दिया कि मौजूदा समय में उन्हें यूं ही नहीं साल की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया है। वहीं, मध्यम तेज गेंदबाज डोटिन भी 204 रन और नौ विकेट झटके हैं।
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