
- जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में लगातार दूसरा मैच खेलने के लिए तैयार हैं
- बुमराह ने ओवरसीज में सबसे ज्यादा बार पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड कपिल देव से बेहतर बनाया
- चेतेश्वर पुजारा ने बुमराह को २०१८ के इंग्लैंड दौरे में एक वाइल्डकार्ड और लंबी अवधि के खिलाड़ी के रूप में देखा
Pujara revelation on Jasprit Bumrah: जसप्रीत बुमराह फिर से सुर्खियों में हैं. वजह यह है कि एक तरह से अपना रोटेश या वर्कलोड मैनेजमेंट का दायरा भंग करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार से मैनचेस्टर में शुरू हो रहे चौथे टेस्ट (Eng vs Ind 4th) में लगातार दूसरा टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार हैं. बुमराह ने अभी तक सीरीज में दो टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन कारनामे उन्होंने बड़े किए हैं. इसी सीरीज में बुमराह ने महान कपिल देव को पीछे छोड़ते हुए ओवरसीज कंट्रीज में किसी एक पारी में सबसे ज्यादा (13वीं बार) पांच विकेट लेकर यह कारनामा सबसे ज्यादा बार करने वाले भारतीय बॉलर बनने का गौरव हासिल किया. अब पूर्व बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने स्टार पेसर की तारीफ करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने बुमराह के शुरुआती करियर में उन्हें टीम इंडिया के वाइल्डकार्ड (चयन के पात्रता नियमों से हटकर टीम में इंट्री) के रूप में देखा
पुजारा ने एक वेबसाइट के लिए लिखे कॉलम में लिखा,'यह साल 2018 में बुमराह का पहला इंग्लैंड दौरा था. और इस दौरे में बुमराह बतौर गेंदबाज एक अलग ही लेवल पर चले गए. और अगली सर्दियों में जब तक हम ऑस्ट्रेलिया गए, हम महसूस कर चुके थे कि वह हारा एक ऐसा वाइल्डकार्ड है, जो भारत के लिए लंबे समय तक खेलेगा. वह हमारे लिए बड़ा हथियार साबित हुए और हमने पहली बार ऑस्ट्रेलिया में जीत दर्ज की.' पुजारा ने कहा, 'आप उस इंग्लैंड दौरे में एक बेहतरीन इनस्विंगर को याद कर सकते हो, जब केटोन जेनिंग्स बिना शॉट खेले उनकी गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. बुमराह पहली बार ड्यूक बॉल से बॉलिंग कर रहे थे, लेकिन इंग्लिश बल्लेबाज उनकी स्विंग को नहीं पढ़ सके.'
पुजारा ने कहा, 'बुमराह ने ड्यूक गेंद को लंबा-लंबा स्विंग कराया. अगर मैं उस तरह की गेंद पर जेनिंग्स को आउट करता, तो मैं दौड़-दौड़ कर जश्न मनाता और लंबे समय तक इस बारे में बात करता. लेकिन जसप्रीत शांत बने रहे और कभी इस बारे में डींग नहीं मारी. वह विकेट लेने के बाद ठीक अगली गेंद के लिए तैयार रहते हैं'
आईपीएल में आगाज करने के बाद बुमराह को पहली बार टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका दौरे में मिला था. तब 25 साल के जस्सी ने केपटाउन टेस्ट में चार विकेट लिए थे. यह मैच भारत 72 रन से हार गया था. पुजारा ने याद करते हुए कॉलम में उस समय का जिक्र किया, जब उन्होंने काफी पहले आईपीएल खेलने से पहले ही एक क्लब मैच में बुमराह का सामना किया था. पुजारा ने यह भी बताया कि कैसे बुमराह अपने खास एक्शन के कारण बाकी बॉलरों से अलग और मोहम्मद शमी से तेज थे.
पुजारा ने लिखा, 'बुमराह ने आईपीएल के जरिए खासा नाम कमा लिया था, लेकिन साल 2018 में दक्षिण अफ्रीका में पहला टेस्ट खेलने से पहले उन्हें लेकर कई सवाल थे. बुमराह का एक्शन खास था और पंडित सवाल कर रहे थे कि क्या वह रेड-बॉर से स्विंग करा पाएंगे, क्या वह दीर्घकालिक फॉर्मेंट में निरंतरता और नियंत्रण स्थापित कर पाएंगे.' उन्होंने कहा, 'भले ही बुमराह ने पहले टेस्ट में चार विकेट लिए, लेकिन उन्होंने खुद पर उठ रहे तमाम सवालों के जवाब दे दिए. मुझे याद है कि तब मैं पहली स्लिप, विराट दूसरी और धवन तीसरी स्लिप में खड़े थे. हम आपस में बात कर रहे थे कि कैसे हमने बुमराह के लिए बाकियों से अलग महसूस किया. उस मैच में शमी, भुवनेश्वर और हार्दिक पांड्या थे, लेकिन इसके बावजूद हमने बुमराह को लेकर अलग महसूस किया. शमी तेज थे, लेकिन जस्सी उनसे भी तेज थे.'
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