मुंबई:
ईडन गार्डन्स के विकेट को लेकर बुधवार को नया विवाद पैदा हो गया जब बीसीसीआई ने पूर्व क्षेत्र के क्यूरेटर आशीष भौमिक को अनुभवी प्रबीर मुखर्जी की जगह पिच तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी। मुखर्जी दशकों से ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स के क्यूरेटर रहे हैं लेकिन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ उनके मतभेद जगजाहिर हैं।
बीसीसीआई ने भौमिक को इस विकेट को तैयार करने की प्रक्रिया को देखने को कहा है। ईडन गार्डन्स को 5 दिसंबर से भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे क्रिकेट टेस्ट की मेजबानी करनी है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के निर्देश के बाद त्रिपुरा क्रिकेट संघ (टीसीए) से जुड़े भौमिक आज यहां पहुंच रहे हैं।
टीसीए के सचिव अरिंदम गांगुली ने कहा, ‘‘बीसीसीआई के निर्देशों के अनुसार वह (भौमिक) कोलकाता जा रहे हैं। लेकिन मुझे कोई जानकारी नहीं है कि उन्होंने वहां स्थानीय क्यूरेटर (प्रबीर मुखर्जी) की जगह ली है। मेरे पास विस्तृत जानकारी नहीं है।’’ मुखर्जी ने स्वीकार किया कि यहां भौमिक की भूमिका शीर्ष होगी। उन्होंने साथ ही भौमिक को अपना ‘बॉस’ भी करार दिया।
भौमिक के साथ काम करने के बारे में पूछने पर मुखर्जी ने कहा, ‘‘इस समय वह मेरा बॉस होगा और मेरा बॉस जो कहेगा मैं उसे मानूंगा। क्योंकि उसे बीसीसीआई ने भेजा है।’’
मुखर्जी ने कहा कि उनकी अनदेखी नहीं हुई है लेकिन बीसीसीआई ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट की विकेट की तैयारी में उनकी मदद के लिए भौमिक को भेजा है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि मुझे हटाया गया है या मेरी अनदेखी हुई है। हम एक साथ मिलकर विकेट तैयार करेंगे। उसकी सहायता करके मुझे खुशी होगी।’’
स्पिन की अनुकूल विकेट तैयार करने की धोनी की मांग पर मुखर्जी ने कहा, ‘‘अगर कोई मुझे यहां ऑस्ट्रेलिया जैसी विकेट बनाने को कहता है तो यह संभव नहीं है। कई चीजें (मिट्टी, मौसम) विकेट की प्रकृति तय करती हैं।’’ कैब के संयुक्त सचिव सुजान मुखर्जी ने हालांकि भौमिक की यात्रा को ‘नियमित’ निरीक्षण दौरा करार दिया और कहा कि 83 वर्षीय मुखर्जी को बदला नहीं गया है। मुखर्जी 1985 से ईडन के साथ जुड़े हैं।
सुजान मुखर्जी ने कहा, ‘‘यह पिच और हालात का आंकलन करने की नियमित यात्रा है जो मैच से पहले हमेशा होता है। प्रबीर मुखर्जी ही ईडन के क्यूरेटर हैं।’’ इससे पहले रविवार को बीसीसीआई की मैदान और पिच समिति के अध्यक्ष दलजीत सिंह ने भी ईडन का दौरा किया था।
बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी और आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस बारे में अधिक कुछ बोलने से इनकार करते हुए कहा कि भौमिक को कोलकाता भेजने का फैसला बोर्ड की मैदान और पिच समिति ने लिया है।
बीसीसीआई ने भौमिक को इस विकेट को तैयार करने की प्रक्रिया को देखने को कहा है। ईडन गार्डन्स को 5 दिसंबर से भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे क्रिकेट टेस्ट की मेजबानी करनी है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के निर्देश के बाद त्रिपुरा क्रिकेट संघ (टीसीए) से जुड़े भौमिक आज यहां पहुंच रहे हैं।
टीसीए के सचिव अरिंदम गांगुली ने कहा, ‘‘बीसीसीआई के निर्देशों के अनुसार वह (भौमिक) कोलकाता जा रहे हैं। लेकिन मुझे कोई जानकारी नहीं है कि उन्होंने वहां स्थानीय क्यूरेटर (प्रबीर मुखर्जी) की जगह ली है। मेरे पास विस्तृत जानकारी नहीं है।’’ मुखर्जी ने स्वीकार किया कि यहां भौमिक की भूमिका शीर्ष होगी। उन्होंने साथ ही भौमिक को अपना ‘बॉस’ भी करार दिया।
भौमिक के साथ काम करने के बारे में पूछने पर मुखर्जी ने कहा, ‘‘इस समय वह मेरा बॉस होगा और मेरा बॉस जो कहेगा मैं उसे मानूंगा। क्योंकि उसे बीसीसीआई ने भेजा है।’’
मुखर्जी ने कहा कि उनकी अनदेखी नहीं हुई है लेकिन बीसीसीआई ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट की विकेट की तैयारी में उनकी मदद के लिए भौमिक को भेजा है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि मुझे हटाया गया है या मेरी अनदेखी हुई है। हम एक साथ मिलकर विकेट तैयार करेंगे। उसकी सहायता करके मुझे खुशी होगी।’’
स्पिन की अनुकूल विकेट तैयार करने की धोनी की मांग पर मुखर्जी ने कहा, ‘‘अगर कोई मुझे यहां ऑस्ट्रेलिया जैसी विकेट बनाने को कहता है तो यह संभव नहीं है। कई चीजें (मिट्टी, मौसम) विकेट की प्रकृति तय करती हैं।’’ कैब के संयुक्त सचिव सुजान मुखर्जी ने हालांकि भौमिक की यात्रा को ‘नियमित’ निरीक्षण दौरा करार दिया और कहा कि 83 वर्षीय मुखर्जी को बदला नहीं गया है। मुखर्जी 1985 से ईडन के साथ जुड़े हैं।
सुजान मुखर्जी ने कहा, ‘‘यह पिच और हालात का आंकलन करने की नियमित यात्रा है जो मैच से पहले हमेशा होता है। प्रबीर मुखर्जी ही ईडन के क्यूरेटर हैं।’’ इससे पहले रविवार को बीसीसीआई की मैदान और पिच समिति के अध्यक्ष दलजीत सिंह ने भी ईडन का दौरा किया था।
बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी और आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने इस बारे में अधिक कुछ बोलने से इनकार करते हुए कहा कि भौमिक को कोलकाता भेजने का फैसला बोर्ड की मैदान और पिच समिति ने लिया है।
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