
Big reasons for Team India's victory in Champion Trophy: भारत ने चैंपिंयंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया. भारत की जीत में रोहित शर्मा ने कमाल की पारी खेली और 76 रन बनाकर आउट हुए, रोहित को उनकी शानदार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया. भारतीय टीम ने तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम करने में सफलता हासिल कर ली है. बता दें कि इस जीत में रोहित के अलावा और भी कई फैक्टर रहे हैं. ऐसे में जानते हैं भारत की जीत के पांच बड़े कारण के बारे में .

रोहित शर्मा की कप्तानी और बल्लेबाजी
भारत के चैंपियन बनने में रोहित शर्मा की कप्तानी और बल्लेबाजी अहम रही. रोहित ने जहां कप्तानी में गेंदबाजों को सही तरीके से इस्तेमाल किया. मैदान पर कप्तान के तौर पर रोहित ने सही और अचूक रणनीति बनाकर न्यूजीलैंड खेमे को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. एक ओर जहां रोहित ने शानदार कप्तानी की तो वहीं बल्लेबाजी में 76 रन की पारी खेलकर टीम को जीत के दरवाजे पर पहुंचाने में अहम भूमिकी निभाई है. रोहित ने शुरुआत से ही तेज गति से रन बनाए जिससे दूसरे बल्लेबाजों पर से दवाब हट गया और भारत आखिर में 4 विकेट से मैच जीतने में सफल रहा.

कुलदीप यादव को दो अहम विकेट
मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट कुलदीप यादव की गेंदबाजी रही. कुलदीप ने सबसे खतरनाक बल्लेबाज रचिन रविंद्र और केन विलियमसन को आउट किया जिसने मैच को बदल कर रख दिया. अपने पहले के दो ओवर में कुलदीप ने दो अहम विकेट लेकर न्यूजीलैंड को बैकफुट पर धकेल दिया.

श्रेयस अय्यर की बल्लेबाजी
भारत के मध्यक्रम पर श्रेयस अय्यर ने अपनी बल्लेबाजी से दिखाया कि वो कितने बड़े बल्लेबाज हैं. श्रेयस अय्यर ने 62 गेंद पर 48 रन की पारी खेली. अय्यर ने उस समय ऐसी पारी खेली जब कोहली और राहित के रूप में भारत को तगड़ा झटका लग चुका था. अय्यर ने अक्षर पटेल के साथ मिलकर भारत को जीत के दरवाजे पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई. अक्षर पटेल के साथ मिलकर अय्यर ने मिडिल आर्डर में 61 रन की साझेदारी की जिसने मैच में अहम भूमिका निभाई.

केएल राहुल ने निभाई अहम भूमिका
केएल राहुल ने भी पूरे टूर्नामेंट में अच्छी बल्लेबाजी, भारत के लिए मध्यम क्रम में केएल राहुल जैसा बल्लेबाज होना भारत के लिए फायदेमंद रहा, राहुल ने मैच में नाबाद 34 रनों की पारी खेली और यह सुनिश्चित किया कि वो एक छोर से क्रीज पर डटे रहे.

भारतीय स्पिन गेंदबाजी
पूरे टूर्नामेंट में भारतीय स्पिन गेंदबाजों ने कमाल की गेंदबाजी की. खासकर वरुण चकवर्ती और कुलदीप यादव ने अपनी मिस्ट्री से विरोधी बल्लेबाजों को परेशान करने में अहम भूमिका निभाई. वरुण ने फाइनल में 45 रन देकर दो विकेट लिए तो वहीं, कुलदीप यादव के खाते में भी दो विकेट आए. इसके अलावा जडेजा ने एक विकेट लिए. यानी न्यूजीलैंड के पांच विकेट स्पिनरों ने झटके.
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