रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के शुक्रवार से शुरू हुए पांचवें और आखिरी टेस्ट की इलेवन से नाम वापस लेने के फैसले से जो चंद लोग बहुत ही ज्यादा खफा हैं, उनमें से पूर्व ओपनर नवजोत सिद्धू एक हैं. सिद्धू ने कहा कि रोहित शर्मा का पांचवें टेस्ट से बाहर होने का फैसला अजीब है क्योंकि इससे गलत संकेत जाता है और नियमित कप्तान को टीम प्रबंधन से अधिक सम्मान मिलना चाहिए. खराब फॉर्म से जूझ रहे रोहित ने सिडनी टेस्ट से ‘आराम' करने का विकल्प चुना और कप्तानी की जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह को सौंप दी. इसके बाद से ही भारतीय ही नहीं बल्कि वैश्विक जगत में मानो भूचाल सा आ गया है. और खेल के तमाम दिग्गज इस फैसले पर अपनी राय रख रहे हैं.
सिद्धू ने ‘एक्स' पर पोस्ट में लिखा, ‘कप्तान को कभी भी श्रृंखला के बीच में नहीं हटाया जाना चाहिए और ना ही उसे बाहर होने का विकल्प दिया जाना चाहिए. इससे गलत संकेत जाता है.' रोहित अपने दूसरे बच्चे के जन्म के लिए पर्थ में शुरुआती टेस्ट में नहीं खेल पाये थे और उन्होंने तीन टेस्ट मैचों की पांच पारियों में केवल 31 रन बनाए हैं.
सिद्धू ने कहा, ‘मार्क टेलर, मोहम्मद अजहरुद्दीन जैसे कप्तान खराब फॉर्म के बावजूद एक साल तक कप्तान बने रहे. रोहित टीम प्रबंधन से अधिक सम्मान और भरोसे के हकदार थे. यह अजीब है क्योंकि यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ है. बहुत बड़ी गलती है'
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