UP Board Class 12: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (Uttar Pradesh Madhyamik Shiksha Parishad) आज यानी 13 अप्रैल को यूपी बोर्ड कक्षा 12वीं की अंग्रेजी परीक्षा (UP Board Class 12 English exam) आयोजित करने जा रहा है. यह परीक्षा 24 जिलों (24 districts)में आयोजित की जाएगी. पेपर लीक (paper leak) होने के कारण अंग्रेजी की परीक्षा रद्द कर दी गई थी. यूपी बोर्ड की कक्षा 12वीं की अंग्रेजी परीक्षा 24 जिलों- बलिया, एटा, बागपत, बदायूं, सीतापुर, कानपुर देहात, ललितपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, गोंडा, आजमगढ़, आगरा, वाराणसी, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, गाजियाबाद, शामली, शाहजहांपुर,, उन्नाव, जालौन, महोबा, अंबेडकर नगर और गोरखपुर में आयोजित की जाएगी.
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उत्तर प्रदेश: इंटर अंग्रेजी का प्रश्नपत्र लीक, 17 गिरफ्तार, 24 जिलों में परीक्षा निरस्त
बता दें कि उत्तर प्रदेश बोर्ड को पहले राज्य के 24 जिलों में 12वीं, इंटरमीडिएट का अंग्रेजी का पेपर लीक होने के बाद रद्द करना पड़ा था. रिपोर्ट के अनुसार, कक्षा 12वीं का अंग्रेजी का पेपर 500 रुपये में बाजार में बिक रहा था. इस मामले में पुलिस ने हाल ही में पेपर लीक के कथित मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया है. बलिया पुलिस ने रविवार को एक बयान में कहा, ''महाराज देवी स्मारक इंटर कॉलेज के प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह ने राजीव प्रजापति के साथ मिलकर कॉलेज में रखे प्रश्नपत्र को लीक कर दिया.''
इसमें कहा गया, 'प्रजापति द्वारा लीक हुआ प्रश्नपत्र एक अंग्रेजी शिक्षक को भेजा गया था. अंग्रेजी शिक्षक ने प्रश्नपत्र हल किया और निर्भय नारायण सिंह को सौंप दिया.' पेपर हल करने वाले शिक्षक के साथ प्रजापति को पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने कहा कि सिंह ने हल किए गए पेपर को 25,000-30,000 रुपये में बेचा. "सिंह ने पैसे के लिए लोकप्रिय मैसेजिंग एप्लिकेशन का उपयोग करके अन्य लोगों को भी हल की गई प्रति साझा की. पुलिस ने कहा, "निर्भय नारायण के फोन और उनके बैंक लेनदेन के डिजिटल फोरेंसिक का उपयोग करके निष्कर्षों की पुष्टि की गई है."
अंग्रेजी पेपर लीक मामले में अब तक 46 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें तीन पत्रकार और बलिया जिला विद्यालय निरीक्षक शामिल हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, मामले के संबंध में भारतीय दंड संहिता और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत अब तक बलिया के विभिन्न पुलिस थानों में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई हैं.
वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस के एक स्पेशल टास्क फोर्स (STF) को इस मामले में शामिल पाए जाने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज करने का निर्देश दिया था.
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