
NCERT Textbooks Delayed: एक अप्रैल से सीबीएसई बोर्ड का नया सत्र शुरू हो चुका है. पहली से 12वीं तक की क्लासेस चलने लगी है. लेकिन एनसीईआरटी (NCERT) की नई किताबों का कहीं पता नहीं है. नए शैक्षणिक वर्ष के एक हफ्ते बाद भी सीबीएसई (CBSE) बोर्ड के स्कूलों के क्लास 4th, 5th, 7th और 8th के छात्रों को अपनी पाठ्यपुस्तकों के आने का इंतजार है. टीचर भी पुराने पाठ्यक्रम की सामग्री का सहारा ले रहे हैं, और स्टूडेंट को नई कक्षाओं से इंट्रोडक्टरी टॉपिक्स को पढ़ा रहे हैं. समय निकलता जा रहा है और बच्चों की पढ़ाई पिछड़ते जा रहे हैं, जिसे लेकर पैरेंट्स बेहद परेशान और नाराज हैं. उन्हें अब तक पता नहीं है कि उनके बच्चों को एनसीईआरटी की नई किताबें कब मिल जाएंगी.
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा तैयार की जाने वाली नई पाठ्यपुस्तकों में एक बार फिर देरी हुई है. राष्ट्रीय पाठ्यचर्या ढांचा (एनसीएफ) 2023 के आधार पर कक्षा 4, 5, 7 और 8 के लिए नई किताबें अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाई हैं, जबकि नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो चुका है. यह लगातार दूसरा वर्ष है जब पाठ्यपुस्तकों की उपलब्धता में देरी हो रही है.
20 अप्रैल तक मिलने की संभावना
एनसीईआरटी द्वारा 10 मार्च को जारी निर्देश के अनुसार, ये प्रत्याशित पाठ्यपुस्तकें राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ढांचे के अनुरूप हैं, तथा एक संशोधित पाठ्यक्रम प्रस्तुत करती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, कक्षा 4 और 7 की नई पाठ्यपुस्तकें छपाई के अंतिम चरण में हैं और ये 20 अप्रैल तक उपलब्ध हो सकती हैं. वहीं, कक्षा 5 और 8 की किताबें मई के अंत से जून के अंत तक उपलब्ध होंगी.
ब्रिज प्रोग्राम
इस अंतराल को पाटने के लिए एनसीईआरटी ने कक्षा 5वीं और 8 के लिए एक विशेष 'ब्रिज प्रोग्राम' शुरू किया है. यह प्रोग्राम क्रमशः 30 और 45 दिनों तक चलेगा, जिसमें विषय-आधारित गतिविधियां शामिल होंगी. एनसीईआरटी ने इस प्रोग्राम के लिए ऑनलाइन सामग्री उपलब्ध कराई है, जो छात्रों को नई पाठ्यचर्या के साथ तालमेल बिठाने में मदद करेगी. शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि यह प्रोग्राम छात्रों को नई पाठ्यपुस्तकों के उपयोग में आसानी प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020
एनसीईआरटी द्वारा ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई सामग्री के अनुसार, यह ब्रिज प्रोग्राम "पुरानी पाठ्यचर्या से नई पाठ्यचर्या में सुगम परिवर्तन के लिए शैक्षणिक सहायता प्रदान करता है." राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 से पहले की पाठ्यचर्या कंस्ट्रक्टीव अप्रोच पर थी, जिसमें दक्षता विकास पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया था. लेकिन एनईपी 2020 दक्षता-आधारित शिक्षा की सिफारिश की गई है. इसके अनुरूप, नई पाठ्यपुस्तकों और शिक्षण सामग्री को दक्षता-आधारित बनाया जा रहा है.
पहले से लागू हो चुकी किताबें
एनसीएफ 2023 के तहत सभी कक्षाओं के लिए नई पाठ्यपुस्तकें तैयार की जा रही हैं. वहीं कक्षा 1, 2, 3 और 6 के लिए नई किताबें पहले ही लागू की जा चुकी हैं. बता दें कि कक्षा 1 और 2 की किताबें 2023 में, जबकि कक्षा 3 और 6 की किताबें 2024 में जारी की गई थीं. शिक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि कक्षा 4 और 7 के छात्रों को नई पाठ्यचर्या से परिचित कराने का काम पिछले साल कक्षा 3 और 6 में शुरू हो चुका है.
पिछले सप्ताह सीबीएसई ने जारी किया था सर्कुलर
पिछले साल भी कक्षा 6वीं की कुछ नई पाठ्यपुस्तकों में देरी हुई थी और छात्रों को जुलाई में किताबें मिली थीं. इस बार एनसीईआरटी ने देरी के प्रभाव को कम करने के लिए पहले से योजना बनाई है. नई किताबें तैयार करने के लिए एनसीईआरटी ने राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और शिक्षण सामग्री समिति का गठन किया है, जो एनसीएफ 2023 के अनुरूप पाठ्यपुस्तकों को अंतिम रूप दे रही है. वहीं पिछले सप्ताह सीबीएसई ने एक सर्कुलर जारी कर कहा कि एनसीईआरटी ने कक्षा 5वीं और 8वीं के लिए ब्रिज प्रोग्राम विकसित किए हैं ताकि छात्रों और शिक्षकों को अपडेटेड पाठ्यचर्या और शिक्षण पद्धतियों में आसानी हो. सीबीएसई ने स्कूलों से इस प्रोग्राम को लागू करने को भी कहा है.
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