कोरोनावायरस के कारण देश में हालात गंभीर बने हुए हैं. कोरोना के चलते ICAI के लिए जुलाई में होने वाली CA की परीक्षा आयोजित करना काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है. नई जानकारी के मुताबिक, सीए (CA Exam) की परीक्षा रद्द हो सकती है. दरअसल, ICAI ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के चलते जुलाई और अगस्त के बीच होने वाली CA की परीक्षा को आयोजित करने के बारे में वो विचार कर रहा है. इसपर कोर्ट ने कहा है कि वे परीक्षा केंद्रों से बात-चीत करके हालात का पता लगाएं और कोर्ट को इस बारे में सूचित करें. इस मामले में अगली सुनवाई अब 10 जुलाई को होगी.
वहीं, पिछली बार की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने स्टूडेंट्स के हित में फैसला करते हुए ICAI को निर्देश दिए थे कि वे छात्रों को परीक्षा केंद्र बदलने की अनुमति देने की तारीख बढ़ाएं. कोर्ट ने ये फैसला कोरोनावायरस से बिगड़ते हालातों के मद्देनजर लिया था. सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा था कि छात्र COVI-19 के कारणों से ICAI को ईमेल कर परीक्षा के बीच में बाहर हो सकते हैं. न्यायालय ने ICAI से परीक्षा के लिए गृह मंत्रालय का सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के आदेश भी दिए थे. सुप्रीम कोर्ट ने 2 जुलाई को ड्राफ्ट नोटिफिकेशन मांगा था. इसी मामले में कोर्ट में आज सुनवाई हुई.
सुप्रीम कोर्ट ने ICAI को सुझाव दिया था कि जो छात्र परीक्षा में शामिल होने में असमर्थ है, उसे "ऑप्ट आउट केस" माना जाएगा, भले ही वह ऑप्ट आउट विकल्प न चुने. कोर्ट ने कहा था कि स्थिति लगातार बदल रही है. यहां तक कि अगर किसी उम्मीदवार ने आप्ट ऑउट का विकल्प नहीं चुना है और कंटेमेंट जोन में आ जाता है तो आप क्या करेंगे?
सुप्रीम कोर्ट ने ICAI को कहा कि CA परीक्षा के लिए छात्रों को परीक्षा केंद्र बदलने का विकल्प दिया जाना चाहिए. आप अंतिम सप्ताह तक केंद्र के विकल्प को बदलने की अनुमति देंगे. स्थिति स्थिर नहीं है यह गतिशील है. आपको क्षेत्र की स्थिति और क्षेत्र के छात्रों की चिंताओं के अनुसार बदलना होगा. आपको लचीला होना होगा. छात्रों के लिए कुछ चिंता दिखाएं.
याचिकाकर्ता ने कहा था कि हर जिले में एक केंद्र होना चाहिए. इस पर SC ने कहा कि इस सुझाव को ICAI द्वारा विवादित बताया जा रहा है. अगर आवश्यकता कम है तो केंद्र क्यों होना चाहिए. ICAI ने कहा कि 567 परीक्षा केंद्रों की पहचान की गई और ठीक से सेनेटाइज किया गया. अब केंद्र नहीं बदल सकते. इसपर SC ने कहा था कि केंद्र में परिवर्तन का विकल्प होना चाहिए. अगर कोई क्षेत्र एक कंटेनमेंट जोन बन जाता है तो ये जरूरी है.
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि वह उन लोगों को अवसर प्रदान करने के लिए बाध्य है जो परीक्षा में शामिल होने की इच्छा रखते हैं और जिन्होंने 29 जुलाई से 16 अगस्त के बीच परीक्षा देने की इच्छा जताई थी. संस्थान ने उन लोगों के लिए 'ऑप्ट-आउट' का विकल्प दिया जिन्हें कोविड -19 महामारी के कारण भय और चिंता है. ऐसे छात्रों के लिए ऑप्ट-आउट योजना के तहत नवंबर 2020 में परीक्षा में बैठने का विकल्प दिया गया था, लेकिन परीक्षा के मई 2020 चक्र में उपस्थित होने के लिए आवेदन करने वाले 3.46 में से केवल 57,092 उम्मीदवारों ने ऑप्ट-आउट के विकल्प का लाभ उठाया है यानी 2.89 लाख उम्मीदवार जुलाई परीक्षाओं में ही उपस्थित होना चाहते हैं. अब 10 जुलाई को कोर्ट में इस मामले पर फिर से सुनवाई होनी है. अब ये देखना होगा कि CA परीक्षा पर क्या फैसला लिया जाता है.
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