टीसीएस में वर्क फ्राम होम का असर.
नई दिल्ली: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) भारत की सबसे बड़ी आईटी फर्मों में से एक है. कंपनी वर्तमान में एक अप्रत्याशित समस्या का सामना कर रही है. कोविड महामारी के आने के तीन साल बाद टीसीएस (TCS) अब कर्मचारियों को घर से काम (Work From Home WFH) करने की अनुमति नहीं दे रही है. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ऐसे में महिला कर्मचारियों में जहां इस्तीफा का दौर चालू हो गया है वहीं नई नौकरियों के लिए भी महिलाओं के आवेदन कम आ रहे हैं.
माना जाता रहा है कि टीसीएस महिलाओं को रोजगार देने के मामले में अग्रणी कंपनियों में से एक रही है. कंपनी का मानना है कि टीसीएस का वर्क फ्रॉम होम (WFH) खत्म करने का फैसला महिला कर्मचारियों के तेजी से इस्तीफे के लिए जिम्मेदार कारणों में से एक है.
एक अखबार में टीसीएस के एचआर प्रमुख मिलिंद लक्कड़ के कहा, कंपनी द्वारा कर्मचारियों को घर से काम (WFH) करने की अनुमति बंद करने के बाद महिला कर्मचारियों के अधिक इस्तीफे हुए हैं. लक्कड़ ने कहा कि हालांकि और भी कारण हो सकते हैं, लेकिन यह पहला कारण है. उन्होंने कहा कि महिला कर्मचारियों का इस्तीफा भेदभाव से प्रेरित नहीं था. सामान्यतया, टीसीएस में महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम दर पर इस्तीफा देती हैं. हालांकि, इस बार यह पुरुषों से आगे निकल गया है.
बता दें कि टीसीएस में 6,00,000 से अधिक लोग काम करते हैं जिनमें से 35 प्रतिशथ महिलाएं हैं. वित्तीय वर्ष 2023 में कंपनी ने अपनी महिला कर्मचारियों के 38.1% को बनाए रखा है. इसके अतिरिक्त, शीर्ष पदों पर लगभग तीन-चौथाई महिलाएं हैं. उल्लेखनीय है कि टीसीएस ने पिछले वित्त वर्ष में अपने कर्मचारियों की संख्या का 20% से कम किया था.
हर कर्मचारी प्रतिकूल परिस्थितियों से निपट रहा है क्योंकि दुनिया कथित तौर पर वैश्विक मंदी की ओर बढ़ रही है. घर से काम (WFH) करने के विचार को कर्मचारी सराहते हैं. वैसे पिछले कुछ समय में देखा गया है कि कोई भी बिजनेस जो घर से काम (WFH) को बंद करता है, वहां इस्तीफे में वृद्धि हो रही है.
घर से काम (WFH) करना अब केवल भारत में ही नहीं बल्कि हर जगह एक स्वीकृत सिस्टम बन गया है. अमेरिका में किए गए एक सर्वेक्षण के मुताबिक, 25% कर्मचारियों ने कार्यालय में कभी वापस न आने का विकल्प चुना है.