कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अक्टूबर में शुद्ध रूप से 12.94 लाख अंशधारक जोड़े हैं. श्रम मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि करीब 2,282 नए प्रतिष्ठानों ने पहली बार कर्मचारी भविष्य निधि एवं विविध प्रावधान अधिनयम, 1952 का अनुपालन शुरू किया है और वे अपने कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध करा रहे हैं.
पेरोल आंकड़ों की सालाना आधार पर तुलना से पता चलता है कि अक्टूबर, 2022 में अंशधारकों की संख्या में शुद्ध रूप से 21,026 का इजाफा हुआ है.
ईपीएफओ के अस्थायी पेरोल आंकड़ों के अनुसार, माह के दौरान कुल 12.94 लाख अंशधारक जोड़े गए. इनमें से 7.28 लाख नए सदस्य पहली बार ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा दायरे में आए हैं.
नए अंशधारकों में सबसे ज्यादा 2.19 लाख सदस्य 18 से 21 साल की आयु वर्ग के हैं. वहीं 22 से 25 साल की आयु के 1.97 लाख नए अंशधारक जोड़े गए हैं. इस तरह कुल नए अंशधारकों में से 57.25 प्रतिशत 18-25 आयु वर्ग के हैं.
समीक्षाधीन महीने में 5.66 लाख अंशधारक अपनी नौकरी बदलकर ईपीएफओ से निकलकर फिर इसका हिस्सा बने. अक्टूबर, 2022 में ईपीएफओ से शुद्ध रूप से 2.63 लाख महिला सदस्य भी जुड़ीं. इनमें से 1.91 लाख महिलाएं पहली बार ईपीएफओ से जुड़ी हैं.
राज्यवार देखा जाए, तो माह-दर-माह आधार पर केरल, मध्य प्रदेश और झारखंड में ईपीएफओ अंशधारक शुद्ध रूप से बढ़े हैं.