बायजू के लिए आज बड़ा दिन : 1.2 अरब डॉलर से अधिक के ऋण चुकाने के संकट का मामला

माना जा रहा है कंपनी यह भुगतान आ ज करेगी. जानकारों का कहना है कि कंपनी की स्थिति अभी भी बहुत सही नहीं है और भुगतान सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर लिया जाएगा.

बायजू के लिए आज बड़ा दिन : 1.2 अरब डॉलर से अधिक के ऋण चुकाने के संकट का मामला

बायजू रवींद्रन.

नई दिल्ली:

एडटेक कंपनी बायजू के लिए आज काफी अहम दिन है. मामले के जानकारों के अनुसार बायजू जो काफी अहम स्टार्टअप में से एक है, एक ऋण पर लगभग 40 मिलियन डॉलर का त्रैमासिक ब्याज भुगतान करने की योजना बना रहा है. एडटेक फर्म को 5 जून की समय सीमा पर सोमवार को इस भुगतान को करना है. माना जा रहा है कंपनी यह भुगतान आज करेगी. जानकारों का कहना है कि कंपनी की स्थिति अभी भी बहुत सही नहीं है और भुगतान सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर लिया जाएगा. बता दें कि देय तिथि पर भुगतान करने में विफल रहने का अर्थ है कि $1.2 बिलियन का ऋण डिफ़ॉल्ट हो जाएगा.

बायजू ने कूपन भुगतान के बारे में टिप्पणी के अनुरोधों पर कोई जवाब नहीं दिया है. हाउलिहान लोके इंक. के प्रतिनिधि, जिन्हें लेनदारों ने ऋण पर सलाह देने के लिए नियुक्त किया था, ने भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है. 

1.2 बिलियन डॉलर का कर्ज किसी स्टार्टअप द्वारा दिया गया अब तक का सबसे बड़ा अनरेटेड लोन है. पूर्व शिक्षक बायजू रवींद्रन ने लेनदारों के साथ एक सौदा करने की कोशिश की है. बता दें कि ऑनलाइन ट्यूटरिंग में महामारी-युग के उछाल के बाद गिरावट आई है और कंपनी के रेवेन्यूज को झटका लगा है. 

ब्लूमबर्ग ने पिछले सप्ताह रिपोर्ट किया था कि जल्द पुनर्भुगतान की मांग करने वाले लेनदारों ने लंबे समय से चल रही बातचीत को रद्द कर दिया है. लोगों ने कहा कि ऋणदाता संघ ने एक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जो उन्हें बातचीत में एक साथ कार्य करने के लिए बाध्य करता है.

ब्लूमबर्ग द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, ऋण, जो सितंबर में 64.5 सेंट प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिर गया था, अब लगभग 78 सेंट पर आ गया है.

समय पर कूपन भुगतान करने से कंपनी को "बड़े पूंजी प्रवाह" के लिए पर्याप्त समय देगा.  वकील ने कहा कि इसका उपयोग ऋण का भुगतान करने के लिए किया जाएगा. फर्म के अनुसार, कंपनी सभी ऋण भुगतानों पर काम कर रही है. 

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फर्म ने 31 मार्च तक के वित्तीय खातों को दर्ज करवाने की समय सीमा को पार लिया था और इसके कार्यालयों को एजेंसी (जो देश की विदेशी मुद्रा नीतियों के उल्लंघन की जांच करती है) द्वारा सर्च भी किया गया था.