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'मैं इससे सहमत नहीं' रणवीर सिंह की धुरंधर में ऋतिक रोशन को क्या नहीं आया पसंद

akshay kumar Dhurandhar: धुरंधर का रिव्यू अक्षय कुमार, ऋतिक रोशन और स्मृति ईरानी ने किया और कलाकारों और डायरेक्टर की तारीफ की.  

'मैं इससे सहमत नहीं' रणवीर सिंह की धुरंधर में ऋतिक रोशन को क्या नहीं आया पसंद
धुरंधर की तारीफ में बोले ऋतिक रोशन
नई दिल्ली:

आदित्य धर द्वारा निर्देशित फिल्म 'धुरंधर' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है और बॉक्स ऑफिस में अच्छा प्रदर्शन कर रही है. जहां केवल 6 दिनों में धुरंधर का बॉक्स ऑफिस 265.25 करोड़ वर्ल्डवाइड हो गया है तो वहीं भारत में फिल्म की कमाई 179.75 करोड़ तक पहुंच गई है. जबकि फिल्म का बजट 250 करोड़ था, जो 6 दिनों में फिल्म ने हासिल कर लिया है. वहीं अब दर्शकों के साथ-साथ फिल्म इंडस्ट्री के कई बड़े नाम इसकी तारीफ कर रहे हैं. अब इस लिस्ट में ऋतिक रोशन और अक्षय कुमार का भी नाम शामिल हो गया है, जिन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए धुरंधर की तारीफ की है. 

ऋतिक रोशन ने किया धुरंधर का रिव्यू

इंस्टाग्राम स्टोरी पर ऋतिक रोशन ने लिखा, "मुझे सिनेमा पसंद है, मुझे ऐसे लोग पसंद हैं जो किसी भंवर में फंस जाते हैं और कहानी को कंट्रोल करने देते हैं, उन्हें घुमाते हैं, हिलाते हैं जब तक कि वह जो कहना चाहते हैं वह उनके अंदर से निकलकर स्क्रीन पर न आ जाए. धुरंधर इसका एक उदाहरण है. कहानी कहने का तरीका बहुत पसंद आया. यह सिनेमा है."

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धुरंधर की इस चीज से सहमत नहीं ऋतिक रोशन

आगे एक्टर ने लिखा, "मैं इसकी पॉलिटिक्स से सहमत नहीं हो सकता, और इस बात पर बहस कर सकता हूं कि दुनिया के नागरिक होने के नाते हम फिल्ममेकर्स को क्या जिम्मेदारियां उठानी चाहिए. फिर भी, मैं इस बात को नजरअंदाज नहीं कर सकता कि सिनेमा के एक स्टूडेंट के तौर पर मुझे यह कितना पसंद आया और इससे मैंने क्या सीखा. कमाल है."

अक्षय कुमार ने धुरंधर का किया रिव्यू

स्मृति ईरानी ने भी की धुरंधर की तारीफ 

इसके अलावा एक्ट्रेस स्मृति ईरानी ने लिखा, "'धुरंधर' कोई साधारण फिल्म नहीं है, बल्कि उन जिंदगियों की गूंज है, जो जी गई और खो गई. अगर सिनेमा आपको इतना एहसास करा दे, तो उसे गुस्से की नहीं, सम्मान की जरूरत है." स्मृति ने आदित्य धर के निर्देशन और रिसर्च की तारीफ की. उन्होंने लिखा, "एक मां-बाप के मृत बेटे का चेहरा देखकर, जो दर्द अक्षय खन्ना के चेहरे पर दिखा, वह अभिनय का जबरदस्त उदाहरण है और रणवीर की आंखें बिना बोले सब कुछ कह देती हैं. यह उन लोगों के लिए एक सीख है जो अपने काम में निरंतरता और पहचान बनाना चाहते हैं. इसी के साथ ही अर्जुन रामपाल का इतना डरावना और प्रभावशाली दिखना भी एक बड़ी बात है और संगीग का क्या कहना."

स्मृति ने कास्टिंग निर्देशक मुकेश छाबड़ा की भी तारीफ की और कहा कि जब आदित्य धर जैसा जुनूनी निर्देशक और मुकेश छाबड़ा जैसी नजर मिलती है, तो परदे पर धमाका होना तय है. आर. माधवन के अजीत डोभाल वाले किरदार पर उन्होंने लिखा, "जिन्होंने असल में अजीत डोभाल को करीब से देखा है, उन्हें शुरू में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन सच ये है कि इस रोल के लिए माधवन से बेहतर कोई नहीं कर सकता था. बाहर से शांत, अंदर तूफान, बिल्कुल वैसा ही." स्मृति ने आखिरी में सभी ज्ञात-अज्ञात सुरक्षाकर्मियों और शहीदों को सलाम किया. उन्होंने लिखा, "उन सभी बहादुर पुरुषों और महिलाओं को धन्यवाद, जो आज भी हर भारतीय को न्याय दिलाने के लिए काम कर रहे हैं. हम हमेशा आपके ऋणी रहेंगे." 

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